Laptop या दूसरे चार्जिंग केबल्स में ये सिलेंडर जैसा क्या होता है? क्या है इसका काम?
What is Ferrite Beed: लैपटॉप या दूसरे डिवाइसेस को चार्ज करने वाली केबल में एक सिलेंडर सा बना रहता है. आज हम आपको बताएंगे कि इसका काम क्या है और इसे क्या कहा जाता है.
इस सिलेंडर को क्या कहते हैं?
इस सिलेंडर से दिखने वाले हिस्से का नाम बताने से पहले हम आपको ये बता दें कि ये सर्फ लैपटॉप के चार्जर में नहीं होता बल्कि दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के चार्जर में भी होता है. इसके अलावा जो लोग मेडिकल के फील्ड से हैं, वे भी इस सिलेंडर जैसे दिखने वाले हिस्से से वाकिफ होंगे. दरअसल, इस सिलेंडर जैसे दिखने वाले हिस्से को Ferrite (फेराइट) Bead, Choke या Core कहा जाता है.
चार्जर या दूसरे केबल्स में क्यों दिया जाता है?
दरअसल, हमारे आस-पास कई तरह की वेव्स होती है. गेजेट्स से भी कई तरह की वेव्स निकलती हैं. जैसे पुराने दिनों में अक्सर ये देखा जाता था कि जब टीवी के आस-पास रखे फोन में कॉल आती थी तो टीवी के सिंग्नल डिस्टर्ब होते थे और एक अजीब से आवाज आती थी. ब्लैक एंड वाइट टीवी के साथ आपने ये जरूर गौर किया होगा. ऐसा इसलिए होता था क्योकि मोबाइल से रेडियो वेव्स निकलती थी जो टीवी के सिंग्नल्स को बाधित करती थी. लैपटॉप या मेडिकल इक्विपमेंट्स में फेराइट बीड इसलिए दिया जाता है ताकि ये आस-पास की वेव्स को अब्सॉर्ब कर लें और आगे डिवाइस को एक नार्मल फ्रीक्वेंसी मिले. यदि वोल्टेज या करेंट का कोई फ्लक्चुएशन भी रहता है तो ये फेराइट बीड उसे अब्सॉर्ब कर लेता है और फ्रीक्वेंसी को एकदम नार्मल कर देता है जिससे डिवाइस को कोई नुकसान नहीं होता. मेडिकल इक्विपमेंट्स में भी ये यही काम करता है और मशीन स्मूथली से काम करती है.
फेराइट बीड के अंदर क्या होता है?
फेराइट बीड के अंदर एक फेराइट कोर होता है जिसके इर्द-गिर्द वायर्स लगी होती हैं. इन वायर्स का ही काम रेडियो वेव्स को ग्राउंड यानि कंट्रोल करने का होता है ताकि मशीन या डिवाइस में कोई खराबी न आए.
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