Typosquatting या URL हैकिंग क्या है और इससे खुद को कैसे बचाएं
URL hijacking: ऐसे अटैक में जब यूजर किसी गलत साइट पर पहुंचता है तो हैकर्स के पास नुकसान पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरीके होते हैं.
Typosquatting: टायपो स्क्वैटिंग (Typosquatting) एक तरह का साइबर अटैक है, जहां हैकर्स इंटरनेट यूजर्स को एक नकली वेबसाइट के साथ फंसाने की कोशिश करते हैं, जिसमें असली वेबसाइट की तरह यूआरएल होता है, जिसमें एड्रेस में 'टाइपो' या एरर होती है. जो यूजर इस बात पर ध्यान दिए बिना एक वेब एड्रेस टाइप करते हैं कि वे क्या टाइप कर रहे हैं, वे इस तरह के हमले के संभावित शिकार हो सकते क्योंकि उन्हें एक गलत वेबसाइट लिंक पर क्लिक करने के लिए धोखा किया जाता है. वे इन वेबसाइटों पर भेजे गए फ़िशिंग लिंक के माध्यम से भी लैंड सकते हैं.
ऐसे अटैक में जब यूजर किसी गलत साइट पर पहुंचता है तो हैकर्स के पास नुकसान पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरीके होते हैं. वे आपकी बैंकिंग डिटेल्स चुरा सकते हैं, क्योंकि ये नकली साइटें अलग अलग तरह के विज्ञापनों के लिए लैंडिंग पेज हो सकते हैं. यूआरएल हैकर्स से बिजनेस भी प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि वे इस तरह से ग्राहकों को खो देते हैं.
उदाहरण के लिए, असली वेबसाइट का यूआरएल shopbooksonline.com हो सकता है. इसका एक टाइपोस्क्वाटेड वर्जन shop-books-online.com या shopbooks-online.com या shpbooksonline.com या shopbooksnline.com हो सकता है. एक अन्य उदाहरण google.mailpk.com (नकली) हो सकता है जब आप केवल google.com पर जाना चाहते हैं.
Typosquatting या URL से बचने के ऊपाय
- अनजान/संदिग्ध ईमेल, ऑनलाइन चैट, टेक्स्ट मैसेज आदि का हिस्सा होने वाले लिंक पर क्लिक करने में बहुत सावधानी बरतें.
- सोशल मीडिया पर या अज्ञात वेबसाइटों के माध्यम से किसी भी लिंक पर क्लिक न करें अगर वहां कुछ गलत लगता है.
- आप जिस वेबसाइट लिंक पर क्लिक करने वाले हैं, उसके ऊपर होवर करके उसका url चेक करें. वहां टाइपो की तलाश करें.
- हर बार url टाइप करने से बचने के लिए अपनी बार-बार देखी जाने वाली साइटों को बुकमार्क करें.
- अनवेरिफाइड सोर्सेज से ईमेल में आने वाले अटैचमेंट को न खोलें.
- अगर आपको टाइप करना है तो सबसे पहले किसी भरोसेमंद सर्च इंजन में जाएं और वहां वेबसाइट एड्रेस टाइप करें. एड्रेस बार में सीधे टाइप न करें.
- यदि आपको लगता है कि आप किसी तरह एक नकली वेबसाइट पर आ गए हैं (यह मानते हुए कि आपको कोई संवेदनशील विवरण दर्ज करने से पहले इसका एहसास हो गया है), तो तुरंत ब्राउजर बंद कर दें.
- ऐसे साइबर हमले के जोखिम को कम करने के लिए अपने डिवाइस के लिए एंटीवायरस सब्सक्रिप्शन लें.
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