WhatsApp Fake Message : आज के दिन में वॉट्सएप हमारे डेली रूटीन में शामिल हो गया है. दोस्तों, रिश्तेदारों से बात करने से लेकर ऑफिस के काम तक में वॉट्सएप का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन वॉट्सएप को लेकर ही एक चौंकाने वाला डेटा सामने आया है. वॉट्सएप का इस्तेमाल करने वाले 95 प्रतिशत यूजर्स को डेली फर्जी और अनचाहे कॉल्स और SMS आते हैं. 95 प्रतिशत एक बड़ी संख्या है और यह आंकड़ा भारतीय यूजर्स पर किए गए एक सर्वे से सामने आया है. भारत में 40 करोड़ से ज्यादा यूजर्स वॉट्सएप का इस्तेमाल करते हैं. अब आप 95 प्रतिशत के हिसाब से अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी बड़ी संख्या में लोग इन फेक कॉल या मैसेज से जूझ रहे हैं. 


किसने और कब किया सर्वे? 


जैसा कि हमने अभी बताया है कि यह जानकारी भारतीयों पर किए गए एक सर्वे से सामने आई है. सर्वे LocalCircles ने किया है और सर्वे 1 फरवरी 2023 से 20 फरवरी 2023 के बीच किया गया है. इस सर्वे में पार्टिसिपेट करने वाले लोगों की संख्या करीब 51,000 है, जो देश के 351 जिलों में रहने वाले हैं. 20 फरवरी को सर्वे कंप्लीट हुआ तो जानकारी सामने आई कि 95 प्रतिशत यूजर्स के मोबाइल पर भारत में हर दिन अनवांटेड कॉल्स और मैसेज आते हैं. इन लोगों में से ही 41 प्रतिशत यूजर्स तो ऐसे हैं, जिन्हें रोजाना 4 या इससे ज्यादा फर्जी कॉल्स और मैसेज मिल जाते हैं.


फेसबुक और इंस्टाग्राम से कनेक्शन


रिपोर्ट की मानें तो यूजर्स के फेसबुक और इंस्टाग्राम पर की जाने वाली एक्टिविटी के आधार पर WhatsApp Business अकाउंट्स के जरिए लोगों को कॉल्स या मैसेज किए जाते हैं. सर्वे में भाग लेने वाले 76 प्रतिशत यूजर्स ने माना है कि उनके पास आने वाले कॉल्स फेसबुक या इंस्टाग्राम की एक्टिविटी पर आधारित होते हैं. 


मेटा ने क्या कहा?


वॉट्सएप पर मिलने वाले मैसेज और कॉल्स के बारे में Meta के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि जैसे ही हमें यूजर्स की तरफ से किसी बिजनेस को लेकर निगेटिव फीडबैक मिलता है, तो हम उस बिजनेस अकाउंट को लिमिटेड कर देते हैं या फिर उनका बिजनेस अकाउंट एक्सेस लॉक कर देते हैं.


मेटा के तीनों प्लेटफार्म आपस में लिंक 


इसको लेकर सर्वे करने वाली एजेंसी LocalCircles ने भी टिप्पणी की है. उनका कहना है कि अगर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सर्च किए गए प्रोडक्ट्स और एक्टिविटी के आधार पर यूजर्स को वॉट्सएप बिजनेस अकाउंट से मैसेज और कॉल्स रिसीव हो रहे हैं, तो इससे यह स्पष्ट है कि Meta के तीनों प्लेटफॉर्म्स एक-दूसरे से लिंक हैं. रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि लोगों ने  स्पैम कॉल्स को रोकने और ब्लॉक टूल्स का भी इस्तेमाल किया है. फिर भी उनके पास बड़ी संख्या में स्पैम कॉल्स आ रहे हैं. 


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