Recharge Price Hike: भारत की बड़ी टेलीकॉम कंपनियों ने एक के बाद एक अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स में बढ़ोतरी करके लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. पहले रिलायंस जियो, फिर एयरटेल और उसके बाद वीआई ने टैरिफ प्लान्स में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है. रिलायंस जियो और एयरटेल के बढ़े हुए दाम आज 3 जुलाई से लागू हो गए हैं.
वहीं वोडाफोन आइडिया (वीआई) के दाम कल यानी 4 जुलाई से लागू होंगे. ऐसे में बहुत सारे लोग ये समझ नहीं पा रहे हैं कि टेलीकॉम कंपनियों ने एक साथ अपने प्लान्स के दामों में इजाफा क्यों कर दिया और इसके पीछे क्या वजह हो सकती है.
अगर हम बढ़े हुए दामों की बात करें तो रिलायंस जियो ने अपने टैरिफ में 12 से 25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. वहीं एयरटेल ने प्लान्स की कीमतों में 11 से 21 फीसदी तक बढ़ोतरी की है जबकि वीआई ने अपने टैरिफ में 10 से 21 फीसदी तक की वृद्धि की है.
बढ़ी हुए कीमतों के पीछे की वजह
देश में इन तीनों कंपनियों के सिम करोड़ो यूजर्स इस्तेमाल करते हैं. रिचार्ज की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से करोड़ो लोगों की जेब पर असर पड़ने वाला है. टेलीकॉम कंपनियों ने प्राइस बढ़ाने के पीछे कई सारे तर्क दिए हैं. उदाहरण के तौर एयरटेल ने बताया कि हाई टैरिफ से क्वालिटी और कवरेज दोनों में सुधार होगा, जबकि जियो का सारा फोकस प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) को बढ़ावा देना है. इसके अलावा अपनी 5जी सर्विसेस का मुद्रीकरण शुरू करना है.
इसका मतलब है कि जियो और एयरटेल के यूज़र्स को पिछले कई महीनों से मिलने वाली मुफ्त अनलिमिटेड 5जी सेवा भी अब कुछ दिनों के बाद बंद हो जाएगी और फिर यूज़र्स को 5जी सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए 5जी टैरिफ प्लान खरीदना होगा. कंपनियों का ये भी कहना है कि टैरिफ बढ़ाने से जो भी प्रोफिट होगा, उसका इस्तेमाल 5जी टेक्नोलॉजी में किया जाएगा.
ARPU क्या है?
तीनों ही कंपनियों ने प्लान्स की कीमतें बढ़ाने के पीछे एआरपीयू को मुख्य कारण बताया है. एआरपीयू एक प्रमुख मैट्रिक है जिसका इस्तेमाल टेलीकॉम ऑपरेटर के कुल राजस्व को उसके कुल यूजर्स या सब्सक्राइबरों की संख्या से विभाजित करके काउंट किया जाता है. फाइनेंशियली इसको बनाए रखने के लिए मोबाइल एआरपीयू को 300 रुपये से ज्यादा होना चाहिए.
अगर हम तीनों कंपनियों के मार्च 2023 तक के एआरपीयू को देखें तो एयरटेल का एआरपीयू 209 रुपये, जियो का एआरपीयू 181.70 रुपये और वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू 146 रुपये था. टैरिफ बढ़ोतरी से वित्त वर्ष 2025 में ARPU 15 प्रतिशत बढ़कर 220 रुपये हो जाने की उम्मीद है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में ये सिर्फ 191 रुपये था.