AC Tips: भारत में गर्मी का मौसम शुरू हो चूका है और उत्तर भारत में तो गर्मी 48 डिग्री C का आंकड़ा पार कर कर रही है, इसलिए ज्यादातर लोग Air Conditioner यानी AC का इस्तेमाल कर रहे है. AC यूज करते हुए तो लगभग सभी ने ऐसा सोचा ही होगा की एसी का तापमान 16°C से नीचे क्यों नहीं जाता. ज्यादातर लोगों को इस सवाल का जवाब नहीं पता, पर आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे है कि ऐसा क्या कारण है जो AC को 16 डिग्री से कम तापमान करने नहीं देता है.


इवैपोरेटर के जमने का डर रहता है


इसको समझने के लिए हमे AC के अंदरूनी कंपोनेंट्स को भी थोड़ा समझना पड़ेगा. दरअसल AC में एक इवैपोरेटर लगा होता है, जो कि कूलैंट की वजह से ठंडा होता है, इसके ठन्डे होने के वजह से ही एसी अपना काम करना यानी ठंडी हवा दे पाती है. अगर तापमान 16०C से नीचे सेट कर दिया जाए तो, इवैपोरेटर पूरे तरीके से जमना शुरू हो जाएगा जिसके बाद एसी काम करना बंद कर देगा और ख़राब हो जाएगा.


एयर कंडीशनर के इस खास कंपोनेंट इवैपोरेटर के आस पास एसी की गैस घूमती रहती है. गरम गैस होती है वह Condenser (कंडेंसर) से होकर जाती है और गर्मी को बाहरी हवा में छोड़ देती है, जो गैस बच जाती है वह ठंडी हो कर लिक्विड फॉर्म में आजाती है. यही लिक्विड गैस इवैपोरेटर के कॉइल्स से होकर जाती है, जो कि इवैपोरेट हो कर वातावरण से गर्मी को सोख लेती है. इसी के बाद आपको अपने कमरे में ठंडी हवा का अहसास होता है.


AC के खराब होने की संभावना


एसी के इस कंपोनेंट इवौपोरेटर में रेफ्रिजरेंट मौजूद होता है, जो ठंडी हवा का दबाव कम करता है. अगर ऐसे में तापमान को और कम किया गया तो ठंडी हवा बर्फ में बदल जाएगी. वैसे तो बर्फ 0 डिग्री C पर जमती है पर उसके जमने का पहला स्टेप 16°C से ही शुरू होता है इसलिए अगर तापमान 16 डिग्री से नीचे गया तो AC ख़राब होने का खतरा रहता है. इस कारण एसी का न्यूनतम यानी सबसे कम तापमान 16°C होता है.


यह भी पढ़ें: पैसे कमाने वाले 5 सबसे अच्छे मोबाइल गेम्स की लिस्ट, सिर्फ गेम खेलकर होगी लाखों की कमाई