2024 से आपको गैजेट्स में मिलने लगेगा WiFi 7, इसमें होंगे कुछ यूनिक फीचर्स, डिटेल जानिए
WiFi 7 टेक्नोलॉजी के लिए 6Ghz बैंड्स का होना जरुरी नहीं है और ये दूसरे स्पेक्ट्रम बैंड के जरिए भी बेहतर प्रदर्शन प्रदान कर सकती है.
टेलीकॉम और ब्रॉडबैंड कंपनियां 6Ghz स्पेक्ट्रम बैंड के आवंटन को लेकर आमने-सामने है. इस सब के बीच सेमीकंडक्टर और सॉफ्टवेयर कंपनी क्वालकॉम ने एक महत्वपूर्ण बात कही है. कंपनी का कहना है कि देश को वाईफाई 6E तकनीक को अपनाने के बजाय नवीनतम वाईफाई 7 तकनीक पर स्विच करना चाहिए क्योंकि ये दूसरे स्पेक्ट्रम बैंड पर भी चल सकती है और इसके लिए 6Ghz बैंड्स जरुरी नहीं है. WiFi 7 टेक्नोलॉजी वाईफाई 6E के मुकाबले बेहतर स्पीड, और फास्ट डेटा ट्रांसफर कर सकती है. क्वालकॉम ने कहा कि वाईफाई 6E के मुकाबले नई टेक्नोलॉजी में लेटेंसी स्पीड 60% तक कम हो जाती है.
6Ghz स्पेक्ट्रम बैंड की नहीं है जरूरत
क्वालकॉम में कनेक्टिविटी, ब्रॉडबैंड और नेटवर्किंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक राहुल पटेल ने कहा की इस समय, भारत में वाई-फाई 6ई को अपनाना समय और संसाधनों की बर्बादी होगी क्योंकि 6Ghz स्पेक्ट्रम स्पष्ट रूप से आवंटित नहीं किया गया है.
बता दें, 6Ghz में 5.9 से 7.1 गीगाहर्ट्ज की रेंज में स्पेक्ट्रम शामिल है और ये इसमें उच्च गति डेटा ले जाने की क्षमता है और इसका उपयोग विश्व स्तर पर वाई-फाई सेवाओं की पेशकश के लिए किया जाता है. राहुल पटेल ने कहा कि सरकार चाहे तो 6Ghz के बजाय सीधे वाई-फाई 7 पर जाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ये एक तरीके से फ्यूचर प्लानिंग होगी और जब तक 6 गीगाहर्ट्ज़ उपलब्ध नहीं होता, तब तक वाईफाई 7 पिछली हर पीढ़ी के वाईफाई से बेहतर प्रदर्शन करेगा और लोगों को इससे फायदा होगा.
WiFi 7 में हैं कुछ यूनिक फीचर
सेमीकंडक्टर और सॉफ्टवेयर कंपनी क्वालकॉम ने कहा कि उसने WiFi 7 में कुछ अद्वितीय हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर फीचर भी विकसित किए हैं जो इसे 6 गीगाहर्ट्ज बैंड से स्वतंत्र बना देंगे. कंपनी ने कहा कि ये टेक्नोलॉजी वायरलेस टेक्नोलॉजी की तरह कैरिएज एकत्रीकरण का समर्थन करती है जिसका अर्थ है कि ये एक ही फ्रीक्वेंसी पर अटकी नहीं रहेगी बल्कि सलूशन प्रदान करने के लिए उपलब्ध अलग-अलग स्पेक्ट्रम फ्रीक्वेंसी के मिश्रण का उपयोग करेगी ताकि इंटरनेट बाधित न हो.
2024 से गैजेट्स में मिलने लगेगा WiFi 7
क्वालकॉम के अध्यक्ष और महाप्रबंधक वाइस गणेश स्वामीनाथन ने कहा कि वाई-फाई 7 में बैंड के एक हिस्से को चिह्नित करने की क्षमता है जिसमें कुछ भीड़ और हस्तक्षेप हुआ है, साथ ही ये बाकी बैंड का इस्तेमाल कर सर्विस को जारी रखता है. पुरानी टेक्नोलॉजी में अगर कोई कंजेशन होता है तो इंटरनेट सेवाएं बाधित हो जाती हैं लेकिन नई वाईफ़ाई 7 टेक्नोलॉजी के साथ ऐसा नहीं है. क्वालकॉम के महाप्रबंधक राहुल पटेल ने कहा कि 2024 की पहली छमाही तक 350 से अधिक उत्पादों को वाई-फाई 7 के साथ शिप किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कंपनियों ने पहले ही वाईफाई 7 क्षमताओं वाले उपकरणों का ऑर्डर देना शुरू कर दिया है.
यह भी पढें:
Oppo Find N3 Flip भारत में लॉन्च, ट्रिपल कैमरा सेटअप वाले इस Flip फोन की इतनी है कीमत