हर किसी को नया राउटर लेने से पहले ये बातें पता होनी चाहिए, पैसा कम लगेगा और मिलेगी धांसू स्पीड
अगर आप Wi-Fi कनेक्शन लेने जा रहे हैं, तो पहले उसके बारे में विस्तार से जान लें. अगर आपको राउटर के बारे में जानकारी नहीं होगी, तो आप गलत डिवाइस खरीद लेंगे जिससे बाद में आपको परेशानी होगी.
Router Buying Tips : ज्यादातर Wi-Fi का इस्तेमाल कर रहे लोग अपने इंटरनेट प्रोवाइडर से लिया गया राउटर इस्तेमाल कर रहे है, काफी लोगों के लिए यह सिस्टम आसान है क्योंकि वे सेट-अप के सर दर्द से बच जाते हैं और साथ ही पैसे और समय की भी बचत होती है. लेकिन जब स्पीड कम हो जाती है या फिर घर के कई हिस्सों में नेटवर्क नहीं मिलता तब समस्या आ जाती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको राउटर के बारे में जरूरी जानकारी नहीं होती और बिना सोचे समझे अपने इंटरनेट प्रोवाइडर से राउटर खरीद लेते हैं.
कुछ लोग तो कम स्पीड से समझौता कर लेते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों के लिए कम स्पीड से समझौता करना मुश्किल होता है. वे कई सिस्टमों पर इंटरनेट इस्तेमाल करना चाहते हैं और साथ में वे इंटरनेट स्पीड भी तेज चाहते हैं और घर के हर कमरे में इंटरनेट का इस्तेमाल करना चाहते हैं. इसलिए आपको राउटर खरीदते समय कुछ खास बातों पर ध्यान देना चाहिए.
राउटर का वाई-फाई स्टेंडर्ड
सबसे पहले यह देखना है कि राउटर किस वाई-फाई स्टेंडर्ड को सपोर्ट करता है. पुराने मॉडल 802.11 ‘b’ or ‘g’ को सपोर्ट करते है, लेकिन नए राउटर्स ‘n’ को भी सपोर्ट करते हैं. 802.11n स्टेंडर्ड पर आप 600Mbps की स्पीड से डाटा ट्रांसफर कर सकते हैं, जबकि कुछ 802.11n राउटर्स की टॉप स्पीड 300Mbps होती है. 802.11ac लेटेस्ट स्टेंडर्ड है.
वैसे अब कम मोबाइल फोन और लैपटॉप 802.11ac को सपोर्ट करते हैं. इसके अतिरिक्त यह टेक्नोलॉजी 802.11n की तुलना में बहुत महंगी है. वैसे आप ‘n’ स्टेंडर्ड वाले राउटर पर भरोसा कर सकते हैं. देश के इंटरनेट कनेक्शन के लिए यह काफी तेज है और सभी डिवाइसेज पर इसका सपोर्ट मिलता है और साथ ही पैसों की भी बचत होती है.
राउटर की वायरलेस फ्रिक्वेंसी
राउटर की फ्रिक्वेंसी यह निश्चित करती है कि आपका नेटवर्क कितना स्ट्रोंग है. राउटर के दो प्रमुख स्टेंडर्ड हैं 2.4GHz और 5GHz. दोनों में डिफरेंस स्पीड और रेंज का है. 2.5 GHz स्टेंडर्ड राउटर की तुलना में 5GHz स्टेंडर्ड राउटर में नेटवर्क बेहतर मिलता है, लेकिन इसकी कीमत भी ज्यादा है. अगर नेटवर्क इंटरफेरेंस की समस्या नहीं है तो आप 2.5GHz वाला राउटर ही खरीदें.
राउटर के एंटीना का रेंज
Wi-Fi राउटर का रेंज जानने का कोई आसान तरीका नहीं है क्योंकि यह कंडीशन पर निर्भर करता है. राउटर के पीछे उसके एंटीने के dBi रेटिंग्स का वर्णन रहता है.यदि आपके घर में फ्रीज, ओवन, इंडक्शन जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैं तो आपको ज़्यादा रेंज वाला राउटर लेना होगा. दीवार कंक्रीट की हो या फिर लकड़ी की वे वाईफाई सिग्नल रोकने में अहम रोल अदा करते है, 3 से 4 दीवारों के बाद सिग्नल कमजोर हो जाता है. इसलिए ही आपको राउटर खरीदने से पहले राउटर dBi प्रॉपर्टी पर ध्यान देना चाहिए.
राउटर की स्पीड
राउटर की स्पीड उस मॉडल में इस्तेमाल हुए हार्डवेयर पर भी निर्भर करती है. वैसे हर डिवाइस में स्पीड की चर्चा High Speed Upto सेक्शन में होता है. जो राउटर धीमे होते है उनकी कीमत भी कम होती है, अगर जरूरत सिर्फ इंटरनेट से जुड़ने की है तो आप सस्ता राउटर यूज कर सकते है. अगर लेपटॉप पर हाई डेफिनेशन वीडियो देखने या उसे अपने स्मार्ट टीवी पर स्ट्रीम करने का शौक है तो आपका 300 Mbps राउटर से काम चलेगा.
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