X Pass-Key Feature: देश में सोशल मीडिया पर लोग काफी एक्टिव रहते हैं. वहीं एक व्यक्ति के कई सोशल मीडिया अकाउंट्स होते हैं. कई बार लोग अपने अलग-अलग सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड को भूल जाते हैं. या कई बार पासवर्ड हैक हो जाते हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए कई कंपनियां लोगों के लिए नया फीचर लाने की तैयारी में है. इसी बीच एक्स (X) ने अपने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए नया फीचर लाया है जिसका नाम पासकी है. इस फीचर की मदद से अब आपका पासवर्ड भूलने का डर खत्म हो जाएगा. आइए जानते हैं क्या है ये नया फीचर.


क्या है पासकी फीचर?


आपको बता दें कि पासकी एक डिजिटल सुरक्षा तकनीक है, जो पासवर्ड की जगह पर काम करती है. इसके तहत, यूजर्स को किसी वेबसाइट या ऐप पर लॉगिन करने के लिए पासवर्ड याद रखने की आवश्यकता नहीं होती. इसके बजाय, पासकी एक विशेष क्रिप्टोग्राफ़िक की (cryptographic key) का इस्तेमाल करती है, जो केवल उसी यूजर के लिए होता है. आसान भाषा में बताएं तो इस फीचर की मदद से आप अपने किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट में बिना पासवर्ड के लॉगिन कर सकते हैं. ये आपका बॉयोमैट्रिक डेटा का यूज करता है जैसे की आपका फिंगरप्रिंट या फिर फेस रिकग्निशन.


कैसे सेटअप करें पासकी फीचर


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक्स (X) पर यह फीचर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए पेश किया गया है. इसे आप आसानी से अपने अकाउंट में सेटअप कर सकते हैं.


सबसे पहले आपको अपने एक्स अकाउंट को ओपन करना है. इसके बाद आपको ‘नेवीगेशन बार’ पर जाकर योर अकाउंट पर क्लिक करना है. इसके बाद आपको ‘सेटिंग और प्राइवेसी’ पर जाकर ‘सिक्योरिटी’ ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद अंत में ‘एडिशनल पासवर्ड प्रोटेक्शन’ पर टैप करके पासकी ऑप्शन को चुनना है. पासकी को चुनने के बाद ‘ऐड पासकी’ ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद आपका पासकी ऐड हो जाएगा जिसके बाद अब आप बिना पासवर्ड एंटर किए ही अपने अकाउंट को लॉगिन कर सकते हैं.


ये हैं इस फीचर की खासियत


पासकी पारंपरिक पासवर्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित होती है. यह यूजर्स की पहचान को एक सुरक्षित और यूनिक की के माध्यम से सत्यापित करती है. इस प्रक्रिया में, केवल सर्वर और यूजर के डिवाइस के बीच एक सुरक्षित चैनल बनता है, जिससे हैकिंग के जोखिम में कमी आती है.


फिशिंग से सुरक्षा


फिशिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें धोखाधड़ी के माध्यम से यूजर की संवेदनशील जानकारी को चुराया जाता है. पासकी फिशिंग से सुरक्षा प्रदान करती है क्योंकि इसमें उपयोगकर्ता को किसी लिंक पर क्लिक कर या गलत वेबसाइट पर अपने क्रेडेंशियल्स दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती.


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