एक्स (पूर्व में ट्विटर) ने अपने प्लेटफॉर्म पर 100 मिलियन डॉलर प्राइस वैल्यू के प्रोमोटेड अकाउंट्स ऐड बिजनेस (promoted accounts ad business) को बंद करने का फैसला किया है. खबर के मुताबिक, मंगलवार को कंपनी (X) ने तय किया है कि वह एडवर्टाइजर्स को नए फॉलोअर्स को अट्रैक्ट करने के लिए प्लेटफॉर्म की लिमिट के अन्दर अपने अकाउंट्स को प्रोमोट करने की अनुमति नहीं देगी. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, एक्सियोस (Axios) की तरफ से देखे गए विज्ञापन ग्राहकों को भेजे एक ईमेल के मुताबिक, कंपनी ने कहा कि उसने फॉलोअर्स मकसद को कम करने वाली विज्ञापन यूनिट बीते शुक्रवार से ही शुरू करने की प्लानिंग की है.
इंटरनेशनल रेवेन्यू में बड़ी भूमिका
खबर के मुताबिक, यह बदलाव कंटेंट फॉर्मेट को प्राथमिकता देकर एक्स (X) के एक्सपीरियंस को कस्टमाइज करने की एक बड़ी कोशिश के हिस्से के रूप में आता है. रिपोर्ट के मुताबिक, फ़ॉलोअर ऑब्जेक्टिव विज्ञापन एक्स के लिए इंटरनेशनल रेवेन्यू में सालाना 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा जेनरेट करते हैं. बता दें, विज्ञापन एक्स टाइमलाइन के भीतर टेक्स्ट-आधारित पोस्ट के रूप में दिखाई देते हैं और उन्हें प्रोमोट करने वाले अकाउंट्स के लिए एक Follow बटन शामिल होता है.
प्रोमोटेड फॉलोअर्स ऐड पर भरोसा
ऐसा देखा जाता है कि कई विज्ञापनदाता अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए प्रोमोटेड फॉलोअर्स ऐड (promoted accounts ad business) पर भरोसा करते हैं. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि फॉलोअर ऑब्जेक्टिव विज्ञापन यूनिट्स ने मार्केटर्स को संभावित दर्शकों को ऑर्गेनिक ट्वीट्स के मुकाबले ज्यादा सटीकता के साथ टारगेट करने की परमिशन दी है. कुल मिलाकर एक्स विज्ञापनदाताओं को ज्यादा मल्टीमीडिया सपोर्टिंग विज्ञापन शैलियों की तरफ प्रेरित करना चाहता है.
घाटे में है कंपनी
एक्स सीईओ लिंडा याकारिनो ने बीते हफ्ते कहा था कि कंपनी पिछले कुछ महीनों में बड़े पैमाने पर छंटनी और प्लेटफ़ॉर्म चेंज सहित बड़े पैमाने पर मंथन के बाद घाटे में है. याकारिनो ने कहा कि मैं कंपनी में आठ हफ्ते से हूं. एक्स के साथ हमारा डेटा लाइसेंसिंग और एपीआई एक अविश्वसनीय कारोबार है। हमारा नया सब्सक्रिप्शन व्यवसाय बढ़ रहा है.
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