Trending News: आपने अक्सर सुना होगा कि दूरी के कारण डाक देर से आती है या डाकघर में पत्र खो जाते हैं. लेकिन वेल्स में लोगों ने एक अजीब घटना देखी जब 121 साल पुराना एक पोस्टकार्ड डिलीवर हुआ.स्वानसी बिल्डिंग सोसाइटी के कर्मचारी 16 अगस्त को क्रैडॉक स्ट्रीट मुख्यालय में मेल देखने के बाद जो कुछ उन्होंने देखा उस पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ. रिपोर्ट बताती है कि नियमित बंधक और बचत पत्रों के ढेर के बीच, 3 अगस्त, 1903 का किंग एडवर्ड VII स्टैम्प वाला एक पोस्टकार्ड था. यह लिडिया डेविस नाम की एक महिला के लिए था, जो शायद उस समय यहीं रहती थी, जब उनके पास उस एरिया में बैंक की बजाय घर था.


121 साल पुराना है ये पोस्टकार्ड


कथित तौर पर पोस्टकार्ड पर एक कलाकार एडविन हेनरी लैंडसीर की तस्वीर थी. माना जाता है कि इसे इवार्ट नाम के एक व्यक्ति ने भेजा था और इस पर फिशगार्ड, पेम्ब्रोकशायर का पोस्टमार्क लगा हुआ है. पोस्टमार्क पर AU23 03 अंकित है, जो संभवतः तारीख 23 अगस्त, 1903 का बताया जा रहा है. इस अनोखी घटना को पोस्ट करने के बाद सोशल मीडिया पर, परिवार के सदस्यों को पहली बार अपने लंबे समय से बिछड़े पूर्वजों से परिचय कराया गया. स्वानसी बिल्डिंग सोसाइटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में विस्तृत जानकारी दी कि प्रेषक और इच्छित प्राप्तकर्ता, दोनों के परिवार के सदस्य इस सप्ताह पोस्टकार्ड वाली जगह पर वापस मिल गये.


पोस्टकार्ड मिलने के बाद डर गए थे सोसायटी के लोग


स्वानसी बिल्डिंग सोसाइटी के मार्केटिंग और संचार अधिकारी हेनरी डार्बी ने स्काई न्यूज को बताया कि इस अनोखे पोस्टकार्ड का आना काफी "रोमांचक" था.  उन्होंने कहा, "यह थोड़ा डरावना है, मैं इसे छूने का बहुत बड़ा प्रशंसक या हितैशी नहीं हूं क्योंकि यह किसी प्राचीन वस्तु जैसा लगता है. ऐसा लगता है कि इसे पर्सपेक्स या किसी और चीज में होना चाहिए. लेकिन हमारे सोशल मीडिया पर बहुत सारी शानदार कहानियां हैं, इस पर हमें बहुत सारी टिप्पणियां मिल रही हैं, और लोग स्पष्ट रूप से शहर के बारे में बहुत भावुक हैं और यह पहले कैसा था और कौन सी कहानियां हैं जिन्हें खोला जाना है उसे जानने के लिए उत्सुक हैं.


स्काई न्यूज के अनुसार बिल्डिंग सोसायटी से संपर्क करने वाले लोगों में से एक उस महिला का रिश्तेदार है, जिसे मिस लिडिया डेविस की भतीजी माना जाता है. अधिकारी ने समाचार पोर्टल को बताया कि उन्हें अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह रॉयल मेल के प्रचलन में कैसे आया और यह एक प्राचीन टिकट के साथ उनके पास कैसे आया.


पोस्टकार्ड से मिल गए दो परिवार


ऐसा माना जाता है कि यह पोस्टकार्ड इवार्ट ने अपनी बहन को उस समय भेजा था जब वह पेम्ब्रोकशायर के तटीय शहर फिशगार्ड में अपने दादा-दादी के साथ रह रहा था. रॉबर्ट्स ने कहा, "निक और फेथ से मिलकर बहुत अच्छा लगा, जिन्हें अपने परिवारों के बारे में जानकारी है और उन्होंने हमारे पहलू से भी जानकारी हासिल की है." यह परिवार न केवल ब्रिटेन में फैला हुआ है, बल्कि कनाडा में रहने वाले एक रिश्तेदार ने भी श्री डेविस से इस कहानी के पहली बार साझा किए जाने के बाद संपर्क किया था.


इस वजह से पहुंचा सही जगह पर


रॉयल मेल के एक प्रतिनिधि ने स्काई न्यूज़ को बताया कि पोस्टकार्ड को संभवतः 100 साल से ज्यादा समय तक डाक में डालने के बजाए उनके सिस्टम में डाल दिया गया था. जिसकी बदौलत यह अपने सही स्थान पर पहुंच पाया है. उस व्यक्ति ने आगे कहा कि जब कोई पोस्ट सिस्टम में होती है, तो उन्हें उसे सही पते पर पहुँचाने की जिम्मेदारी होती है. इसलिए, यह पुराना पोस्टकार्ड दशकों बाद अपनी सही जगह पर पहुंचा है.