Trending Raksha Bandhan 2022: अमेरिका और मॉरीशस (America & Mauritius) में रहने वाले भारतीयों (NRI) के लिए इस साल रक्षा बंधन अलग होगा क्योंकि वहां भाइयों की कलाईयां, जैविक गाय के गोबर की बनी राखियों से सजेगी.
अमेरिका और मॉरीशस से मिला राखियों का ऑर्डर
कुछ महीने पहले जयपुर से 192 मीट्रिक टन गाय के गोबर के निर्यात (Cow Dunk Export) का इतिहास बनाने वाले ऑर्गेनिक फार्मर प्रोड्यूसर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस बार एक और अनोखी चीज़ एक्सपोर्ट की है. इस एसोसिएशन के अतुल गुप्ता ने बताया है कि अमेरिका से 40,000 राखियों का ऑर्डर आया था वहीं मॉरीशस से 20,000 राखियों का ऑर्डर मिला था.
क्या है इस राखी में विशेष
एसोसिएशन की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष संगीता गौर ने जानकारी दी है कि, ''इस साल गाय के गोबर से बनी राखियां भारत ही नहीं विदेशों में भी आकर्षण का केंद्र होंगी. ये राखियां श्रीपिंजरापोल गौशाला परिसर के सनराइज ऑर्गेनिक पार्क में देशी गाय के गोबर से बनाई गई हैं. हमारी महिला इकाई ने रक्षा बंधन पर गाय के गोबर और बीजों से बनी हर्बल राखियों का निर्यात करने का फैसला किया. ये राखियां प्रवासी भारतीयों (NRI) के लिए भाई-बहन के पवित्र संबंधों का प्रतीक होंगी."
राखी करेगी रेडिएशन से बचाव
संस्था ने ये भी बताया है कि गाय के गोबर की राखियों से होने वाली आय (Income) का इस्तेमाल गाय की रक्षा के सार्थक प्रयासों में किया जाएगा. साथ ही इन प्राचीन राखियों को बनाते हुए हैनिमैन चैरिटेबल मिशन सोसायटी के महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आजीविका कमाकर आत्मनिर्भर बनेंगी और उनको रोजगार भी मिला है. भविष्य में लोग चीन में बनी राखियों के उपयोग करने के बजाय इस हर्बल रखी का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित होंगे. इसके अलावा गाय के गोबर से बनी राखी (Rakhi made of Cow Dunk) को कलाई पर बांधने से रेडिएशन (Radiation) से भी बचाव होगा.
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