Video: कश्मीर के एक गांव में पहली बार पहुंची बिजली, खुशी से झूमने लगे लोग, देखें वीडियो
Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो सभी को हैरत में डालते नजर आ रहा है, जिसमें कश्मीर के एक गांव में 75 साल बाद बिजली पहुंचने पर ग्रामीणों को खुशी से नाचते देखा जा रहा है.
Kashmir Viral Video: एक ओर दुनियाभर में विकास बड़ी तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है. जिसमें आए दिन कई अत्याधुनिक चीजों का आविष्कार होने के साथ ही उनकी खोज हो रही है. वहीं दुनिया के कुछ ऐसे भी कोने हैं. जहां आज भी विकास ने कदम तक नहीं रखे हैं. हमारे देश में कश्मीर के एक गांव भी कुछ ऐसा ही हाल है. जहां 75 साल बाद बिजली पहुंचने में कामयाब हो पाई है.
जरा सोच कर देखिए, जहां हम अपना एक छोटे से छोटा काम बिना बिजली के नहीं कर सकते हैं. ऐसे में किसी जगह पर 75 साल बाद बिजली का पहुंचना, अपने आप में ही चौंका देने वाला है. फिलहाल दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले की सुदूर टेथन टॉप गुर्जर बस्ती में काफी मुश्किलों के बाद सरकार की पहल पर बिजली पहुंच ही गई है.
After abrogation of Article 370, Kashmir is progressing in its true sense.
— Sumiara Yousuf 🇮🇳 (@Sumiara_Yousuf) January 9, 2023
After 75 long years, people of village Tethan in #Anantnag see light who were earlier relied on traditional wood for their energy needs & used lamps and candlelight.#NayaKashmir pic.twitter.com/oD4dk6nLn3
75 साल बाद पहुंची बिजली
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है. जिसमें 75 साल बाद गांव में बिजली पहुंचने के बाद घरों में लटके बल्ब को जलता देख, ग्रामीण खुशी से झूमते और नाचते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही गांव वाले सरकार को धन्यवाद देते नजर आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार अनंतनाग जिले की सुदूर टेथन टॉप गुर्जर बस्ती में 75 साल बाद बिजली पहुंची है.
ग्रामीणों का सपना साकार
इससे पहले यहां रहने वाले ग्रामीण मोमबत्ती और लैंप पर निर्भर थे. इसके साथ खाना बनाने के लिए जंगलों की लकड़ियां ही एकमात्र सहारा थी. वायरल हो रही वीडियो को ट्विटर पर सुमैरा यूसुफ ने पोस्ट किया है. इसमें लोगों को खुशी से झूमते देखा जा रहा है. इसके साथ ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो रहा है. बिजली पहुंचने से अब ग्रामीण अपने जरूरी कामों को आसानी से कर पाएंगे. इसके साथ ही इलाके में रहने वाले ग्रामीणों का कहना है कि बिजली का उनके गांव में आना सपने के सच होने जैसा है.
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