पंजाब के अमृतसर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. अमृतसर में एक डॉक्टर अपने 2 पालतू कुत्तों को घर में अकेला छोड़कर कनाडा चलाया गया. उसने न तो जाते वक्त कुत्तों की देखभाल का जिम्मा किसी को सौंपा और ना ही 6 महीनों के दौरान आकर कभी कोई खोज-खबर ली. दोनों कुत्ते तिब्बती मास्टिफ थे. इनमें से एक नर था तो दूसरी मादा. दोनों पिछले छह महीनों से घर के पार्किंग एरिया में बंद पड़े थे. 


जानकारी के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर की पहचान पीएस बेदी के रूप में हुई है. डॉक्टर पर आरोप लगा है कि कनाडा जाते वक्त उसने घर के पार्किंग जोन में कुत्तों को बंद कर दिया था. दोनों कुत्ते चिलचिलाती गर्मी और भूख से तड़प रहे थे. उन्हें प्रॉपर वेंटिलेशन में भी नहीं मिल रहा था, जिसकी वजह से वो बीमार पड़ गए. एक कुत्ता बेहोश हो गया, जबकि दूसरा कीड़ों से संक्रमित हो गया. 


डॉक्टर पर FIR दर्ज


रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टर ने जाते वक्त कुत्तों की देखभाल और उन्हें खिलाने-पिलाने की जिम्मेदारी अपने भाई को दी थी. डॉक्टर घर की चाबी भी अपने भाई को देकर गया था. हालांकि भाई कभी-कभार आकर उन्हें खाना खिला जाया करता था. कुत्तों को वैसी देखभाल नहीं मिल पाई जैसी देखभाल की उन्हें जरूरत थी, इसलिए वो गंभीर रूप से बीमार पड़ गए. इस मामले का अब पुलिस ने संज्ञान लिया है. पुलिस ने 'पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960' की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है.    



सोशल मीडिया यूजर्स भड़के


यह घटना तब सामने आई, जब एक एनिमल वेलफेयर एक्टिविस्ट ने डॉ. बेदी के घर के पार्किंग जोन में दो कुत्तों को बंधा पाया. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स भी काफी भड़के हुए हैं. एक यूजर ने कहा, 'अगर आप पालतू जानवर को एक फैमिली मेंबर की तरह प्यार और रिस्पेक्ट नहीं दे सकते तो प्लीज उन्हें घर भी ना लेकर आएं. उनके अंदर भी भावनाएं होती हैं. वो कोई खिलौना या फिर डिफेंस मशीन नहीं है.'


ये भी पढ़ें: केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान घोड़े को जबरन कराई गई 'स्मोकिंग', तड़पता हुआ आया नजर- VIDEO