Video: बच्चे की स्कूल मीटिंग में 'क्रॉप टॉप' पहनकर पहुंच गया पिता, सभी लोग देखकर रह गए दंग, जानिए क्या है पूरा मामला
स्कूल बोर्ड मीटिंग में क्रॉप टॉप और जीन्स शॉर्ट्स पहनकर आए इस पिता का नाम लैथम है, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
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एक पिता द्वारा पहनी गई इस ड्रेस ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है. यह पिता क्रॉप टॉप और शॉर्ट्स पहनकर स्कूल बोर्ड मीटिंग में पहुंचे थे. उन्हें इन कपड़ों में देखकर वहां मौजूद बाकी पैरेंट्स और स्कूल स्टाफ के होश उड़ गए. पिता न सिर्फ इन कपड़ों में मीटिंग में पहुंचे, बल्कि उन्होंने इस तरह के ड्रेस कोड का जमकर विरोध भी किया. दरअसल यह एरिज़ोना के एक स्कूल की घटना है, जहां पर नए ड्रेस कोड को लेकर बवाल मचा हुआ है.
ड्रेस कोड को लेकर विवाद मई में पहली बार भड़का था. जब स्कूल बोर्ड के मेंबर्स ने ड्रेस कोड से जुड़े नियमों में ढील देने पर चर्चा की थी. उनका कहना था कि स्कूल के ड्रेस कोड को साल 2001 से ही अपडेट नहीं किया गया है. इसलिए अब इसमें बदलाव लाने की जरूरत है. दरअसल नए ड्रेस कोड के तहत महिलाओं को स्पेगेटी स्ट्रैप्स, हॉल्टर टॉप और मिड्रिफ ड्रेस सहित कई कपड़े पहनने की आजादी देने की बात कही गई है. यह बात स्कूल में पढ़ने वाले तमाम बच्चों के पैरेंट्स को अच्छी नहीं लग रही.
वायरल हुआ पिता का वीडियो
स्कूल बोर्ड मीटिंग में क्रॉप टॉप और जीन्स शॉर्ट्स पहनकर आए इस पिता का नाम लैथम है, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि लैथम पोडियम पर खड़े होकर अपने कपड़े उतार देते हैं और क्रॉप टॉप और जीन्स शॉर्ट्स में हिगली यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट मीटिंग में मौजूद लोगों से बात करने लगते हैं. वह कहते हैं कि क्या यह ड्रेस बोर्ड मीटिंग के लिए सही है?
पढ़ाई से भटक सकता है बच्चों का ध्यान
लैथम ने कहा कि उन्होंने इन कपड़ों को एक लोकल स्टोर से खरीदा है. उन्होंने ड्रेस कोड में दी गई ढील का जमकर विरोध किया. उन्होंने कहा कि वह एक पिता हैं और अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. इस तरह का ड्रेस कोड बच्चों का ध्यान पढ़ाई से भटका सकता है. इससे बचने के लिए पैरेंट्स को मजबूरन बच्चों को पढ़ाने के लिए जिले से बाहर के स्कूलों में ले जाना होगा. लैथम ने आगे कहा कि अगर आपके पास इस तरह की ड्रेस कोड पॉलिसी है, तो यह तय है कि बच्चों को एक सेफ क्लासरूम एनवायरनमेंट नहीं मिल पाएगा. पैनलिस्ट अन्ना वान होक ने भी कहा कि हम बच्चों को करियर बनाने के लिए तैयार कर रहे हैं. इसलिए उन्हें सेल्फ रिस्पेक्ट करना सीखना होगा. और इसमें बॉडी पार्ट्स को दिखाना कहीं भी शामिल नहीं है.
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