Trending Kedarnath: केदारनाथ मंदिर के अंदर फिल्माए गए एक वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) ने मोबाइल (Mobile) और अन्य समानों को जमा किए जाने के लिए एक क्लॉकरूम (Cloakroom) बनाने की मांग उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Govermnet) से की है.
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को एक पत्र लिखकर कहा है कि मंदिर परिसर में प्रवेश करने से पहले तीर्थयात्रियों को अपने मोबाइल फोन, पर्स और बैग छोड़ने के लिए यहां एक क्लोकरूम का होना जरूरी है. केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर कथित तौर पर शूट किए गए एक वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद समिति के सदस्यों ने काफी विचार विमर्श करने के बाद यहां एक क्लॉकरूम होने की बात पर विचार किया, ताकि कोई भी तीर्थयात्री अपने मोबाइल के साथ मंदिर में प्रवेश न कर सकें.
वायरल वीडियो ने मचाया बवाल
उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को लिखे पत्र में, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक क्लॉकरूम बनाने का अनुरोध किया ताकि मंदिरों की संस्कृति और परंपरा का उल्लंघन कोई भी व्यक्ति या कोई युट्यूबर (YouTubers) दोबारा न कर सकें. अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि "इन मंदिरों में स्थिति यह है कि तीर्थयात्री इलेक्ट्रॉनिक सामान आदि के साथ बैग लाते हैं और मंदिर के अंदर जाते हैं. यह हमारे लिए सुरक्षा मुद्दों का कारण बन सकता है."
अजेंद्र अजय ने बताया, हाल के दिनों में, मंदिरों में कम संख्या में लोगों के आने के कारण, हमने उन्हें गर्भगृह के अंदर जाने की अनुमति दी. कुछ घटनाएं हुईं जहां लोगों और सोशल मीडिया प्रभावितों (Social Media Influencer) ने गर्भगृह के अंदर रील (Reel) और लाइव वीडियो बनाना शुरू कर दिया.' बीकेटीसी अध्यक्ष ने बीकेटीसी के सीईओ बी डी सिंह ( BKTC CEO B.D. Singh) से यह जांचने के लिए कहा है कि वायरल हुए वीडियो को मंदिर के गर्भगृह के अंदर शूट करने की अनुमति कैसे दी गई और उन्होंने उस समय ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है.
ये भी पढ़ें:
UP: हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पेपर पर बेच रहा था चिकन, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Viral: प्रयागराज में एक दिन का ADG बना 12 साल का बच्चा, जानिए क्या है वजह