![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Viral Video: अपनी बेबाकी के कारण छा गया है बिहार का सोनू, अब देशभर में हो रही है चर्चा
किसी भी प्रश्न का बेझिझक जवाब देने वाला सोनू के वीडियो को देखने के बाद कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं. ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से सोनू तेज तर्रार है.
![Viral Video: अपनी बेबाकी के कारण छा गया है बिहार का सोनू, अब देशभर में हो रही है चर्चा bihar sonu cm nitish kumar now discussions are happening across the country viral Viral Video: अपनी बेबाकी के कारण छा गया है बिहार का सोनू, अब देशभर में हो रही है चर्चा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/19/69874f9287a65d48c3e64529b3005017_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
बिहार के नालंदा जिले के नीमा कोल के रहने वाले रणविजय यादव का 12 वर्षीय पुत्र सोनू आजकल सुर्खियों में है. सोनू का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पढ़ाई करने के लिए मदद की गुहार लगाने वाला वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वैसे, सोनू की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी को इससे भी समझा जा सकता है कि वह गांव में ही अपने हमउम्र को पढ़ाता भी है.
किसी भी प्रश्न का बेझिझक जवाब देने वाला सोनू के वीडियो को देखने के बाद कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं. ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से सोनू तेज तर्रार है. इसके पिता दूध बेचने का काम करते हैं तो माता लीला देवी निरक्षर हैं. दरअसल, हरनौत के दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों से मिल रहे थे. इसी दौरान सोनू भीड़ से आगे बढ़ कर मुख्यमंत्री से कहता है, सुनिए न सर. हमे पढ़ाई में मदद कर दीजिए. मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकास आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप देते हैं.
सर! सुनिए न प्रणाम… भीड़ से आई बच्चे की आवाज सुनकर देखिए कैसे नीतीश कुमार भी चौंक गए.मुख्यमंत्री उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याण बिगहा (नालंदा) में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे.सुनिए क्या कह रहा है 11 साल का सोनू.नालंदा से राजीव. Edited by @iajeetkumar pic.twitter.com/hHaOFtrjfX
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) May 14, 2022
वैसे सोनू हमउम्र के बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता है. ट्यूशन से मिले पैसों से उसने एंड्रायड फोन भी खरीदा है ताकी वह यूट्यूब से जानकारी हासिल कर सके. वहीं बेबाकी से सोनू कहता है कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है. उन्हें जानकारी कम है. इस कारण सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं. वह बताता है कि वह यूट्यूब के जरिए आगे की पढ़ाई पूरी कर चुका है. सोनू की दिलचस्पी सभी विषयों में है.
सोनू बताता है कि उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपये लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है. उन्होंने यह भी बताता कि कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए, उसे मदद अधिकारी बनने तक चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है.
यह भी पढ़ें:
Watch: खाने की फोटो ले रही थी महिला, तभी महिला के साथ हुआ कुछ ऐसा, वीडियो हो गया वायरल
Watch: जिम में एक्सरसाइज कर रहा था शख्स, तभी हुई उसके साथ ऐसी घटना, वीडियो वायरल
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![गुंजन मिश्रा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/6ec004605e883a2bcc75eaa943aa1490.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)