Blue Ginger: कई तरह के पकवानों और चाय में शामिल किए जाने वाले अदरक के फायदों से तो आप बखूबी वाकिफ होंगे. इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियों से खुद को सुरक्षित रखने में काफी मदद मिलती है. डायबिटीज से लेकर वेट लॉस और आर्थराइटिस तक अदरक तमाम बीमारियों के जोखिम को कम करने में मददगार है. अदरक का वैसे तो रंग भूरा या सुनहरा होता है, लेकिन इंटरनेट पर इन दिनों नीले रंग के अदरक को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि नीले रंग का अदरक भी होता है क्या? यही सवाल कई ट्विटर यूजर्स के मन में भी चल रहा है. आइए जानते हैं कि नीले अदरक के पीछे की क्या सच्चाई है?
दरअसल नीले अदरक पर चर्चाओं का दौर तब शुरू हुआ, जब एंजेलिका अरिबम नाम के एक राजनीतिक कार्यकर्ता ने ट्विटर पर इसकी एक तस्वीर शेयर की. अरिबम ने नीले रंग के अदरक की फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'मैंने 20 साल की अपनी कुकिंग में नीले रंग का अदरक कभी नहीं देखा. क्या यह नॉर्मल है?'. एंजेलिका के ट्वीट करते ही ये पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई. इस पोस्ट पर अब तक 18.7k व्यूज और सैकड़ों लाइक्स आ चुके हैं.
क्या है नीले अदरक की सच्चाई?
एंजेलिका के इस पोस्ट के जवाब में एक ट्विटर यूजर ने भी नीले अदरक की एक तस्वीर पोस्ट की और दावा किया कि अदरक की ये किस्म मिजोरम में उगाई जाती है. जबकि एक दूसरे यूजर ने लिखा की कि ये थाई जिनसेंग है, जिसे काले अदरक के रूप में जाना जाता है. उसने यह भी बताया कि इसमें कुछ औषधीय गुण भी हैं. लेकिन ये ब्लैक टरमरिक जितना पॉपुलर नहीं है.
ट्विटर पर अलग-अलग दावे
एक्सपर्ट की मानें तो लंबे समय तक ठंडे टेंपरेचर में रखने के बाद अदरक आमतौर पर नीले या फिर भूरे रंग के हो जाते हैं. ये भी कहा गया कि तापमान में गिरावट की वजह से अदरक की केमिकल कंपोजिशन बदल जाती है और एसिटिक लेवल भी कम हो जाता है. जिसके बाद ये और ज्यादा क्षारीय (एल्कलाइन) हो जाता है. यही वजह है कि इसका रंग नीला हो जाता है. ये भी कहा गया है कि अदरक एंथोसायनिन के नेचुरल म्यूटेशन के कारण नीला हो जाता है. एंथोसायनिन अदरक में पाया जाने वाला एक नेचुरल पिगमेंट है. इसके अलावा, ये बाकी फलों और सब्जियां जैसे- संतरे और गोभी में भी पाया जाता है.
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