मां-बाप ने बच्चे का ऐसा सोचा नाम कि छिन गया नाम रखने का हक, मामला जानकर सिर पीट लेंगे आप
Brazilian Court Banned Kid Name: ब्राजील में एक माता-पिता ने अपने बेटे का नाम कुछ ऐसा रखा की कोर्ट ने उसके नाम को लेकर रोक लगा दी. आखिर क्या था बच्चे के नाम में ऐसा.
Brazilian Court Banned Kid Name: दुनिया के महानतम कवि और प्ले राइटर माने जाने वाले विलियम शेक्सपियर ने लिखा था कि 'नाम में क्या रखा है.' उनका यह जुमला बहुत से जगहों पर बहुत से लोगों ने इस्तेमाल किया हैं. लेकिन एक नाम ही तो है जिससे दुनिया आपको जानती है, अगर किसी चीज का नाम ना हो तो शायद उसको पहचानना मुश्किल हो जाएगा.
हालांकि शेक्सपियर ने अपनी बात एक अलग परिप्रेक्ष्य में कही थी. हम यहां आम नाम की बात कर रहे हैं. ब्राजील में एक माता-पिता ने अपने बेटे का नाम कुछ ऐसा रखा कि कोर्ट ने उसके नाम को लेकर रोक लगा दी. आखिर क्या था बच्चे के नाम में ऐसा. जो कोर्ट को लगानी पड़ी रोक मामला सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
कपल ने बच्चे का जो नाम रखा उसपर कोर्ट ने बैन लगाया
नाम लोगों की पहचान होती है. जो नाम छोटे में बच्चों के रख दिए जाते हैं. उम्र भर वही नाम उनके साथ चलते हैं. कई लोगों के कई नाम होते हैं. घरों में नाम अलग, स्कूल में नाम अलग, दोस्तों के बीच नाम अलग. सभी मां-बाप की चाहत होती है कि वह अपने बच्चों के नाम रखें. लेकिन ब्राजील के कपल की चाहत पर ब्राजील के कोर्ट ने पानी फेर दिया है. दरअसल कपल ने बच्चे का एक नाम रखा था.
यह भी पढ़ें: रील बनाने के लिए बाइक से पूरी ट्रेन को खींचने लगा शख्स, लोग बोले- तुरंत जेल में डालो
जिसे ब्राजील के कोर्ट ने बैन कर दिया है. इसके पीछे की वजह यह है कपल ने इजिप्ट के पहले अश्वेत फेरो पिये के नाम पर रखा. बता दें पिये इजिप्ट के इतिहास में एक शक्तिशाली शख्सियत रहे हैं. ब्राज़ील कोर्ट को लगा कि अगर बच्चे का नाम यह रखा जाता है. तो भविष्य में उसे बुली किया जा सकता है. इसीलिए कोर्ट ने कपल के इस बच्चे का पिये नाम रखने पर रोक लगा दी.
यह भी पढ़ें: एसडीएम ने मारा बुजुर्ग को धक्का, तो गांव की महिला ने बाल पकड़ के दौड़ाया, वीडियो हुआ वायरल
इस वजह से बच्चे का खास नाम रखा था
बच्चे के माता-पिता कैटरीना और डेनिलो प्रिमोला ने बताया कि उन्होंने एक खास वजह से अपने बेटे का नाम पिये के सम्मान में रखने का फैसला किया था. क्योंकि वह भी अफ्रीकी मूल के हैं. और इस नाम से उन्हें अपने अफ्रीकी मूल को अपने साथ जोड़ने में मदद मिलेगी. बच्चों के पिता डैनिलो प्रिमोला ने कहा, 'अफ्रीकी नामों को दोबारा से रखना के अश्वेत लोगों के इतिहास को नई तरीके से देखने का एक शक्तिशाली तरीका है.
हमें अपने बच्चों को इस ताकत, इस संस्कृति और इस तरह से शिक्षित करने का अधिकार है कि उनके नाम में उनका प्रतिनिधित्व हो'. न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक कोर्ट ने अपने फैसले में यह भी कहा कि फेरो के नाम का उच्चारण पुर्तगाली शब्द 'प्ली' के समान है, जो एक बैले डांस स्टेप है. इस वजह से भी बच्चे को भविष्य में बुली किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर यह मामला काफी वायरल हो रहा है.
यह भी पढ़ें: क्या पाकिस्तान में है बेंगलुरु? स्विगी में कन्नड़ बोलने वाले डिलीवरी ब्वाय की कमी पर भड़कीं महिलाएं