90 मिनट शांत बैठो और ले जाओ मोटा इनाम! कोरिया में हो रही अजीब प्रतियोगिता
Viral Video: अगर आपसे कहा जाए कि एक प्रतियोगिता ऐसी भी है जिसमें आपको कुछ नहीं करना और मोटा इनाम पाना है तो क्या आप यकीन करेंगे? साउथ कोरिया की एक प्रतियोगिता इन दिनों चर्चा में है.
Trending Video: कहते हैं कि बगैर मेहनत किए फल नहीं मिलता. दुनिया मेहनत करने वाले लोगों को इनाम से नवाजती है. लोग इनाम पाने और पैसा कमाने के लिए रात दिन जी तोड़ मेहनत करते हैं फिर भी हर कोई उस मुकाम तक पहुंच नहीं पाता है. ऐसे में अगर आपसे कहा जाए कि एक प्रतियोगिता ऐसी भी है जिसमें आपको कुछ नहीं करना और मोटा इनाम पाना है तो क्या आप यकीन करेंगे? साउथ कोरिया की एक प्रतियोगिता इन दिनों चर्चा में है जहां लोगों को 90 मिनट तक कुछ नहीं करना है, और जीतने वाले को इसमें मोटा इनाम दिया जा रहा है.
कोरिया में आयोजित हुई प्रतियोगिता
साउथ कोरिया में एक अनोखे कॉम्पिटिशन का आयोजन हुआ है जिसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को 90 मिनट तक कुछ भी नहीं करना है. इस अनोखी प्रतियोगिता का नाम है 'स्पेस आउट', जिसका मतलब होता है "कुछ न करना". इस प्रतियोगिता में शांत रहना, बिना हिले-डुले एक ही जगह पर बैठना और किसी भी तरह की गतिविधि न करना शामिल है. प्रतियोगिता का उद्देश्य है मानसिक शांति और तनाव मुक्त जीवन की कीमत समझाना.
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कुछ मत करो और ले जाओ मोटा इनाम
प्रतियोगिता के दौरान, प्रतिभागियों को 90 मिनट के लिए एक फिक्स जगह पर बैठने के लिए कहा जाता है. वो ना तो किसी से बात कर सकते हैं, ना ही फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं, और ना ही अपनी जगह छोड़ सकते हैं. कॉम्पिटिशन के दौरान एक टाइमर चलता रहता है और प्रतिभागियों के लिए यह एक टफ चैलेंज होता है क्योंकि इसमें मेंटल स्टेबिलिटी की जरूरत होती है.
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कैसे तय होता है विनर?
इस प्रतियोगिता में विनर को चुनने के लिए खास पैमानों का इस्तेमाल किया जाता है. आयोजक प्रतिभागियों की ध्यान की क्षमता, शांति, सब्र, और स्टेबिलिटी का आकलन करते हैं. प्रतिभागियों की हार्ट बीट और चेहरे के रिएक्शन का भी ध्यान रखा जाता है ताकि यह तय किया जा सके कि वे वाकई में शांत हैं या नहीं. जो शख्स इस दौरान सबसे शांत और स्थिर रह पाता है, उसे विनर घोषित किया जाता है.
इसलिए पड़ी जरूरत
साउथ कोरिया में शुरू हुई यह प्रतियोगिता इसलिए रखी गई क्योंकि वहां वर्क स्ट्रेस ज्यादा है. इसका उद्देश्य है स्ट्रेसफुल लाइफ से ब्रेक लेना और लोगों को याद दिलाना कि कभी-कभी कुछ न करना भी हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है. आज के वक्त में, जहां लोग लगातार भागदौड़ में लगे रहते हैं और तकनीक से घिरे रहते हैं, यह प्रतियोगिता एक पॉजिटिव मैसेज देती है कि शांति और मौन भी हमारी लाइफ का एक जरूरी हिस्सा हो सकते हैं.
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