दिवाली पर घर जाने के लिए शख्स ने कराया था थर्ड AC का टिकट, मगर भीड़ के कारण छूट गई ट्रेन, रेलवे पर निकाला गुस्सा- VIDEO
शख्स ने दिवाली पर अपने घर रतलाम जाने के लिए ट्रेन में टिकट बुक कराया था. हालांकि उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह इस साल अपने परिवार के साथ दिवाली सेलिब्रेट नहीं कर पाएगा.
अपने गांव और शहर से दूर रहने वाले लोग आमतौर पर त्योहारों पर ही अपने घर जाते हैं. हर कोई त्योहार अपने परिवार के साथ ही मनाना पसंद करता है. यही वजह है कि होली और दिवाली के समय ट्रेनों में जरूरत से ज्यादा भीड़ देखी जाती है. कई बार तो लोग गेट पर लटककर सफर करने पर भी मजबूर हो जाते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, ट्रेनों में इतनी भीड़ होती है कि जिनका रिजर्वेशन होता है, वे लोग भी चढ़ नहीं पाते. ऐसा ही कुछ 27 साल के अंशुल शर्मा के साथ भी हुआ.
अंशुल ने दिवाली पर अपने घर मध्य प्रदेश के रतलाम जाने के लिए थर्ड ऐसी में टिकट बुक कराया था. वह अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने के लिए काफी एक्साइटेड थे. हालांकि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उन्होंने अपने परिवार के साथ दिवाली सेलिब्रेट करने के जो ख्वाब देखे थे, वह इस साल अधूरे रह जाएंगे. दरअसल हुआ कुछ यूं कि अंशुल गुजरात के वडोदरा रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए पहुंचे थे. लेकिन वहां के हालात देखकर उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई.
इंटरनेट पर शेयर किया वीडियो
उन्होंने देखा कि जिस ट्रेन को उन्हें पकड़ना था, वह तो खचाखच भरी है. उन्होंने अपने 'एक्स' अकाउंट पर 3 वीडियोज़ भी शेयर किए हैं, जिनमें आप ट्रेनों का हाल देख सकते हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन की एक बोगी भी खाली नहीं है. इतनी भीड़ है कि लोग गेट पर लटककर सफर करने पर मजबूर हो गए. जिन लोगों ने ऐसी में अपना टिकट कराया था, वह भीड़ के चलते अपनी ट्रेन में ही नहीं चढ़ सके. लिहाजा उन्हें ट्रेन छोड़नी पड़ी. इन लोगों में खुद अंशुल भी शामिल थे. ट्रेन छूट जाने के बाद अंशुल काफी नाराज हो गए और इंडियन रेलवे पर बरस पड़े.
पुलिस ने नहीं की मदद
उन्होंवे एक्स पर लिखा, 'मेरी दिवाली बर्बाद करने के लिए आपका शुक्रिया. थर्ड ऐसी में टिकट कन्फर्म होने पर भी आपको यही देखने को मिलता है. पुलिस ने कोई मदद नहीं की. मेरे जैसे कई लोग ट्रेन को नहीं पकड़ सके.' उन्होंने आगे लिखा, 'मजदूरों की भीड़ ने मुझे ट्रेन से बाहर फेंक दिया. उन्होंने ट्रेन के दरवाजे तक बंद कर दिए और किसी को भी बोगी में घुसने नहीं दिया. पुलिस ने इस मामले में मेरी मदद करने से साफ इनकार कर दिया और मेरी कंडीशन पर हंसने लगे.'
पैसे रिफंड करने की मांग
इसके बाद अंशुल ने रेलवे और पैसेंजर हेल्पलाइन सेंटर को भी कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन सकी. इस घटना से नाराज अंशुल ने अब 1,173.95 रुपये के उनके टिकट के पैसे रिफंड करने की मांग रेलवे से की है. बता दें कि अंशुल पहले यात्री नहीं हैं, जिन्होंने इस स्थिति का सामना किया. उनकी तरह कई लोगों की ट्रेन छूट गई.
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