(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नौकरी पर 5 साल तक 'कुछ न करने' के बाद भी इस व्यक्ति को मिलता रहा प्रमोशन, जानिए क्या है पूरी कहानी
Man Gets Promotions After 'Doing Nothing': इस पूरे काम में अब जॉब करने वाले व्यक्ति का बस ऑर्डर देने का रोल रह गया था. वह बस इतना करना कि हर घंटे फ्रिलांसर से उसके काम का अपडेट लेता रहता था
Man Gets Promotions After 'Doing Nothing': 'स्मार्ट वर्क करना सीखो हार्ड वर्क नहीं' ये कहावत हमने कई बार अपने ऑफिस के बॉस या किसी बड़े से जरूर सुनी होगी. लेकिन क्या आपने सोचा है कि कोई ऐसा व्यक्ति भी हो सकता है जिसने 'स्मार्ट वर्क' के इस कहावत को इतनी गंभीरता से ले लिया कि उसने पांच साल तक ऑफिस में कोई काम ही नहीं किया. हालांकि चौंकाने वाली बात ये है कि कुछ नहीं करने के बाद भी वह प्रमोशन पाने में कामयाब रहा
दरअसल एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर अपना एक्सपीरियेंस शेयर करते हुए ऐसी बात बताई जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. उसने कहा कि उसे साल 2015 में नाइट शिफ्ट में डाटा एंट्री की नौकरी मिली थी. नौकरी से पहले मिलने वाली ट्रेनिंग में उसे बताया गया कि डाटा एंट्री के काम को पूरा करने के लिए उसे कोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा, लेकिन उस व्यक्ति को कोड बनाना नहीं आता था.
ऐसे में उसे नौकरी से हाथ धोना पड़ता. लेकिन उसने अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए इस काम के लिए फ्रीलांसर को हायर किया. जिससे उसे हर महीने वेतन मिलता रहा और उसने फ्रीलांसर को भी उसके काम के बदले पैसे देने शुरू कर दिए.
बस ऑर्डर देता था जॉब करने वाला व्यक्ति
इस पूरे काम में अब जॉब करने वाले व्यक्ति का बस ऑर्डर देने का रोल रह गया था. वह बस इतना करना था कि हर घंटे फ्रिलांसर से उसके काम का अपडेट लेता रहता. और उससे कोड विकसित करवाता बदले में फ्रिलांसर को अपने काम का पैसा मिलता और उस व्यक्ति को कंपनी की सैलरी. उसने यह भी बताया कि इस दौरान वह वर्क फ्रॉम होम कर रहा था. वहीं उसके एक्सपीरियेंस साझा करने के बाद अन्य यूजर इस तरीके की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. एक यूजर ने कहा, " हमें काम करने के लिए पैसे दिए जातै हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की हम उस काम को कैसे कर के दे रहे हैं. तो वहीं एक अन्य ने लिखा, "ऐसा कैसे होता है कि पांच सालो में किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगी की उसे कोड जेनरेट करना नहीं आता. "