ये है दुनिया की सबसे छोटी खुदाई मशीन! एक्सकेवेटर की खासियत जान हैरान रह जाएंगे आप
नैनो ट्रैक्स के संस्थापक जोनाथन एबॉट को शुरु से ही इस तरह की मशीनों का शौक था. इसके बाद वो इसे बाजारों और ऑनलाइन खोजने लगे, जब मशीन नहीं मिली तो उन्होंने इसे खुद ही बनाने का फैसला किया.
Trending News: दुनिया का सबसे छोटा एक्सकेवेटर भले ही छोटा हो, लेकिन यह निश्चित रूप से कोई मजाक नहीं है! इसमें 6 पूरी तरह से स्वतंत्र, मोटर हैं, जो आपको हर हरकत पर पूरा कंट्रोल देते हैं, साथ ही एक इलेक्ट्रॉनिक स्लिप रिंग, शानदार तरीके से कंट्रोलर बूम की तरह काम करती है, डिपर, बकेट, स्विंग और अलग-अलग ट्रैक भी इस मशीन में लगे हुए हैं.
शख्स ने बनाई दुनिया की सबसे छोटी खुदाई मशीन
हो सकता है कि आप इसे मैन्युअल रूप से ऑपरेट करने के लिए इसके केबिन में फिट न हो पाएं, लेकिन नैनो ट्रैक्स N320 में उपलब्ध मोड के साथ बेहद सटीक RC कंट्रोलर है जो हूबहू बड़ी खुदाई मशीन जैसा काम करती है. इसका एक हिस्सा आपको मूव करने तो दूसरा हिस्सा स्टेबल रहकर खुदाई करने के लिए पूरी तरह से आराम दायक कमांड देने की सहूलियत देता है.
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इस वजह से बनाई दुनिया की सबसे छोटी मशीन
नैनो ट्रैक्स N320 कैसे बना? इस आकार की यह मशीन बनाने की क्या जरूरत थी? खैर, नैनो ट्रैक्स के संस्थापक जोनाथन एबॉट के अनुसार, यह सब कुछ साल पहले शुरू हुआ जब उन्होंने YouTube पर एक शौकिया ग्रुप की खोज की जो छोटे, पूरी तरह से काम करने वाले RC उत्खनन यंत्रों यानि खुदाई मशीन के साथ खेलना पसंद करते थे. इसके बाद उन्हें दिलचस्पी हुई, इसलिए उन्होंने ऑनलाइन इन छोटी मशीनों की खोज शुरू की, लेकिन वे खाली हाथ आए. तभी उन्होंने खुद के लिए इन मशीनों को बनाने का फैसला किया. जोनाथन ने खुद को CAD का उपयोग करना सिखाया, एक 3D प्रिंटर खरीदा, और बाकी, जैसा कि वे कहते हैं, उससे सभी लोग वाकिफ हैं.
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नहीं मानी हार और हो गए सफल
जोनाथन की पहली मेन्युफेक्चरिंग राल से बनी थीं, लेकिन इस पैमाने पर यह गलत और असंगत साबित हुई, इसलिए उन्होंने दूसरे, ज्यादा टिकाऊ पार्टस पर विचार किया. नैनो ट्रैक्स N320 प्रोटोटाइप को पूरा करने में लगभग 2,300 घंटे की कड़ी मेहनत लगी, लेकिन अब एबॉट और उनकी टीम के पास एक दोहराने योग्य प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल वे दुनिया की सबसे छोटी खुदाई मशीन को आम जनता तक पहुंचाने के लिए कर सकते हैं.
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