Viral Photo: मोम की प्रतीमा में टोपी के नीचे गंजी दिखीं ब्रिटेन की महारानी, म्यूजियम ने ऐसे दी सफाई
German Waxwork Museum: म्यूजियम के मैनेजिंग पार्टनर Dr Susanne Faerber ने कहा कि हम अपने मोम के लिए असली मानव बाल का इस्तेमाल कर रहे हैं जो काफी महंगे हैं. खर्च से बचने के लिए ऐसा किया गया है.
German Waxwork Museum Viral Photo: जर्मन वैक्सवर्क संग्रहालय में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ (Queen Elizabeth) की मोम की प्रतीमा का एक फोटो सामने आया है जिसमें उनकी टोपी के नीचे कोई बाल नहीं हैं. वो गंजी दिख रहीं हैं. जर्मन वैक्सवर्क म्यूजियम (German Waxwork Museum) के फेसबुक पेज पर शेयर की गई तस्वीरों में महारानी के मोम के पुतले को गुलाबी टोपी पहनाई गई है. कुछ बालों को बाहर निकलते हुए दिखाया गया है. महारानी की टोपी गुलाबी पोशाक से मेल भी खा रही है.
मोम की प्रतीमा में बिना बाल के दिखीं महारानी
जर्मन वैक्सवर्क संग्रहालय (German Waxwork Museum) में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ की मोम की प्रतीमा में बाल न होने की पीछे खर्च को कम करने की वजह बताई जा रही है. म्यूजियम के मैनेजिंग पार्टनर डॉ सुजैन फेबर ने कहा कि हम अपने मोम के काम (Waxwork) के लिए असली मानव बाल का इस्तेमाल कर रहे हैं जो काफी महंगे हैं. खर्च से बचने के लिए ऐसा किया गया है. सुजैन फेबर ने कहा कि टोपी वाली कई दूसरी प्रतिमाओं में भी पूरे बाल नहीं हैं.
Watch: वीडियो बनाने के लिए नन्हे से बच्चे के हाथ में थमा दिया सांप और फिर जो हुआ...
खर्च बचाने के लिए किया गया है ऐसा
जर्मन वैक्सवर्क म्यूजियम के मैनेजिंग पार्टनर डॉ सुजैन फेबर (Dr Susanne Faerber) कि हम सिर्फ उतने ही बालों की मात्रा लगाते हैं जो दर्शकों के लिए दिखता हो. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि महारानी के गंजे सिर को दिखाना अपमानजनक है, इस पर सुजैन फेबर ने कहा कि इस बात को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि यह वैक्सवर्क है, वास्तविक व्यक्ति नहीं. जानकारी के मुताबिक इस म्यूजियम में 120 से अधिक मोम की प्रतीमा है जिनमें डोनाल्ड ट्रंप, ग्रेटा थुनबर्ग, पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल भी शामिल हैं.
ये भी पढ़ें:
Trending News: 3000 किमी दूर नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा 51 वर्षीय शख्स, 2 घंटे में हुआ बेरोजगार