स्कूल टाइम में टीचर्स ने हमें एक से एक कठिन सजाएं दी हैं, जिनमें से सबसे कठिन सजा 'हाथ ऊपर करके खड़े हो जाओ' वाली हुआ करती थी. बचपन बिताकर युवावस्था की दहलीज पर आए हर व्यक्ति ने कभी न कभी इस सजा का सामना जरूर किया होगा. अब आप सोच रहे होंगे कि भला हमें अब इस सजा का जिक्र करने की कौन सी जरूर आन पड़ी. दरअसल इस सजा का जिक्र हमने इसलिए छेड़ा है, क्योंकि एक बुजुर्ग संत पिछले 40 सालों से एक हाथ को हवा में उठाए हुए है. जी हां 40 सालों से. हमें 2 मिनट हाथ ऊपर करके खड़े रहना भी मुश्किल सा लगता है. जबकि यह संत 40 सालों से ऐसा करता हुआ आ रहा है. अब सवाल उठता है कि ऐसी कौन सी विपदा आ पड़ी कि इन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ा.


दरअसल हवा में हाथ उठाए इन बाबा का नाम अमर भारती बताया जा रहा है. बाबा ने हाथ उठाने का प्रण साल 1973 से लिया हुआ है. उनके इस कदम को भगवान शिव शंकर भोलेनाथ के प्रति समर्पण के तौर पर देखा जाता है. सिर्फ इतना ही नहीं, इसे वैश्विक सद्भाव को बनाए रखने के लिए एक मिशन भी कहा जाता है. अमर भारती एक बहुत ही लोकप्रिय साधू हैं, जो कुंभ मेले सहित अलग-अलग तरह के जरूरी धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से हिस्सा लेते नजर आते हैं.



लोगों ने किया बाबा के जज्बे को सलाम


इस तस्वीर को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हाथ उठाने का बाबा का कदम कितना जटिल कदम है. पिछले 40 सालों से हवा में होने की वजह से हाथ की स्थिति काफी बिगड़ गई है. आप तस्वीर में देख सकते हैं कि कैसे हाथ हड्डी दिखने लगी है और उंगलियां सिकुड़ चुकी हैं. नाखून बड़े-बड़े हो चुके हैं और पूरा हाथ लाठी के समान हो चुका है.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर


इसमें कोई शक नहीं है कि बाबा अमर भारती ने जो किया है, वो कोई नहीं कर सकता. सोशल मीडिया पर यह तस्वीर काफी वायरल हो रही है. बाबा की तस्वीर को देखकर हर कोई उनके जज्बे को सलाम करता नजर आ रहा है. यह तस्वीर ट्विटर पर शेयर की गई है. इस तस्वीर को शेयर करने वाले अकाउंट का नाम हिस्टोरिक वैदिक है.