क्या है 6 मिनट वॉक टेस्ट? जानें घर पर कैसे पता लगाएं ऑक्सीजन की कमी है या नहीं
6 मिनट वॉक टेस्ट के जरिए कोविड मरीज अपने घर पर ही ऑक्सीमीटर की सहायता से टेस्ट करके अपना ऑक्सीजन लेवल जान सकता है.
कोरोना वायरस जब किसी व्यक्ति को अपना निशाना बनाता है, तो सबसे पहले व्यक्ति के शरीर का ऑक्सीजन लेवल गिरने लगता है, जिसकी वजह से उसे सांस लेने में दिक्कत होती है. इस गिरती हुई ऑक्सीजन लेवल को ही हाइपोक्सिया के नाम से जाना जाता है. कोरोना से संकरामित मरीजों को बार बार अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करने की जरूरत होती है, इसलिए अब ट्विटर पर 6 मिनट वॉक टेस्ट काफी ट्रेंड कर रहा है.
इसकी मदद से आप घर पर ही अपनी ऑक्सीजन का लेवल चेक कर सकते हैं. इस टेस्ट को करने के लिए व्यक्ति को 6 मिनट तक लगातार वॉक करनी पड़ती है. ये मुख्य रूप कोविड के उन मरीजों के लिए लाभकारी है, जिनमें कोरोना वायरस के हल्के या मध्यम लक्षण पाए जाते हैं, जिससे समय पर व्यक्ति के ऑक्सीजन लेवल की जांच हो सके और उसे सही इलाज मिल सके.
क्या है 6 मिनट वॉक टेस्ट?
- सबसे पहले ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करके अपने ऑक्सीजन लेवल को रिकॉर्ड करें.
- ऑक्सीमीटर को अपनी अंगुली से जोड़कर लगातार 6 मिनट तक कमरे में घूमें और रीडिंग देखते रहें.
- फिर कमरे में 6 मिनट तक टहलने के तुरंत बाद अपने ऑक्सीजन लेवल को रिकॉर्ड करें.
- अगर व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 94% से कम है तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें.
- इस टेस्ट को दिन में 6 से 8 बार किया जा सकका है.
कौन नहीं कर सकता 6 मिनट वॉक टेस्ट?
इस टेस्ट को 70 साल से ज्यादा उम्र के लोग और गर्भवती महिलाएं नहीं कर सकती हैं. दरअसल बुजुर्ग लोग लगातार 6 मिनट तक नहीं चल सकते हैं इस लिए ये टेस्ट उनके लिए उपयोगी नहीं है, वहीं गर्भवती महिला अगर इस टेस्ट को करती है तो उसे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
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