क्या सच में P-500 वाले पैरासिटामोल में है माचूपो वायरस? जानिए क्या है वायरल मैसेज की सच्चाई
वायरल मैसेज में लिखा है, 'आर्जेंट वार्निंग! आप इस तरह के पैरासिटामोल को लेने से बचें जिसमें P-500 लिखा है. इसमें दुनिया के सबसे खतरनाक वायरसों में शामिल Machupo वायरस है.
इन दिनों सोशल मीडिया पर खासतौर से WhatsApp पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अगर आपके पास P-500 लिखा पेरासिटामोल है तो उसे भूलकर भी ना खाएं, क्योंकि इसमें Machupo वायरस है. ये मैसेज हर फैमिली WhatsApp ग्रुप में आपको देखने को मिल जाएगा. तो चलिए जानते हैं कि आखिर इस वायरल मैसेज की सच्चाई क्या है और क्या सच में इस पैरासिटामोल में कोई वायरस है?
पहले समझिए कौन सा मैसेज वायरल हो रहा?
WhatsApp पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसमें एक पैरासिटामोल का पत्ता दिख रहा है और उस पर लिखा है PARACETAMOL TABLETS IP और इसके नीचे बोल्ड में लिखा है P-500. पैरासिटामोल के इसी पत्ते के नीचे एक मैसेज लिखा है, जिसमें लिखा है, 'आर्जेंट वार्निंग! आप इस तरह के पैरासिटामोल को लेने से बचें जिसमें P-500 लिखा है. डॉक्टरों का कहना है कि इस सफेद चमकदार पैरासिटामोल में दुनिया के सबसे खतरनाक वायरसों में शामिल Machupo वायरस है. इस वायरस से लोगों की तेजी से मौत होती है. इसलिए सभी लोग इस मैसेज को अपने अपने फैमिली WhatsApp ग्रुप में इसे तेजी से शेयर कर दें. इसके साथ ही नीचे एक भावनात्मक मैसेज भी लिखा है. इसमें लिखा है कि मैंने अपना काम कर दिया अब आपकी बारी. ध्यान रखें जो लोग दूसरों की मदद करते हैं, भगवान उनकी मदद करता है.'' यह कितना हास्यास्पद है कि लोग अब फेक न्यूज फैलाने के लिए भगवान का भी सहारा लेने लगे हैं.
क्या है सच्चाई?
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, यह पूरा मैसेज पूरी तरह से झूठा है. यानी यह एक फेक न्यूज है. एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि इस तरह की फेक न्यूज पर लोगों को भरोसा नहीं करना चाहिए. खासतौर से अगर आप पढ़े लिखे हैं तो इस तरह का कोई भी मैसेज किसी दूसरे को फॉरवर्ड करते समय इसकी जांच जरूर कर लें. तो अगर आपके भी फैमिली ग्रुप में ये मैसेज आया है तो उन्हें ये आर्टिकल भेज कर इस फेक न्यूज पर लगाम लगाएं.
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