जब भी हम प्रकृति या भूगोल के बारे में पढ़ते हैं तो सागर, महासागर, द्वीप के बारे में भी जानकारी जुटाना चाहते हैं. कभी-कभी हम इनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेना चाहते हैं और सोचते हैं कि काश हम भी सागर-महासागर के अंदर जाकर वहां चल रही गतिविधियां दे सकते. ऐसे ही रोचक कल्पनाओं का हिस्सा है प्रशांत महासागर, जिसने धरती के एक चौथाई हिस्से को कवर किया हुआ है.
प्रशांत महासागर को हम 'पैसेफिक ओसियन' के नाम से भी जानते हैं. प्रशांत महासागर धरती के सभी महासागरों में सबसे बड़ा और गहरा है. प्रशांत महासागर खारे पानी का एक बड़ा क्षेत्र है, जिसका कुल क्षेत्रफल 16 करोड़ 52 लाख 46 हज़ार 200 वर्ग किलोमीटर है. बता दें कि इस महासागर में करीबी 20 हज़ार से भी ज्यादा द्वीप हैं. प्रशांत महासागर की सीमा पर कनाडा, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और चीन सहित कुल 55 देश मौजूद हैं.
35 हज़ार फ़ीट से भी ज्यादा है मारियाना ट्रेंच की गहराई
जानकारी के लिए बता दें कि अभी के समय में धरती पर जितना पानी मौजूद है, उसका 47 प्रतिशत प्रशांत महासागर में है. इस महासागर की गहराई की बात करें तो इसकी गहराई एवरेज 15 हज़ार फुट तक होती है और इसकी मैक्सिमम गहराई 35 हज़ार 500 फुट तक होती है. वहीं, मारियाना ट्रेंच प्रशांत महासागर का सबसे गहरा ट्रंच (गर्त) है, जिसकी गहराई 35 हज़ार फ़ीट से भी ज्यादा है. मारियाना ट्रेंच की गहराई को अब तक सिर्फ एक बार ही मापा जा सका है.
रहती है 20 लाख से भी ज्यादा जीवों की प्रजातियां
लगभग 20 लाख से भी ज्यादा जीवों की प्रजातियां प्रशांत महासागर में रह रही हैं, जिसमें से अब तक केवल 3 लाख प्रजातियों की ही अब तक पहचान हो पाई है जबकि बाकि प्रजातियों को ढूंढना अब भी जारी है.
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