कई बार देखा जाता है कि दो लोगों की लड़ाई में तीसरा बंदा फायदा ले लेता है. लेकिन उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ठीक इसका उल्टा हुआ है. जंगल में दो बाघिनों की लड़ाई चल रही थी. ना जाने कहां से वहां एक तेंदुआ आ गया और फिर जो हुआ उसने सबको चौंका दिया. बाघिनों ने तेंदुए पर हमला कर दिया. जान बचाने के लिए तेंदुए को पेड़ पर चढ़ना पड़ा और 12 घंटे तक पेड़ पर ही बैठे रहना पड़ा. ये पूरी वारदात वहां की स्थानीय वन टीम के सामने घटी. 


सोशल मीडिया पर एक खबर ने लोगों का ध्यान अपनी और खींच लिया है. जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो बाघिनों की लड़ाई चल रही थी. ना जाने कहां से एक तेंदुआ उन दोनों के बीच आ गया. तेंदुए को देख एक बाघिन को हद से ज्यादा गुस्सा आ गया. वो दूसरी बाघिन से लड़ाई छोड़ तेंदुए के पीछे पड़ गई. जान आफत में देख तेंदुआ वहां से भागा और एक पेड़ पर चढ़ गया. पेड़ पर चढ़ने के कारण तेंदुआ बाघिन से बच गया. लेकिन बाघिन इतनी जल्दी हार मानने वालों में से नहीं थी. वो उसी एरिया में घूमती रही. सुबह 7 बजे पेड़ पर चढ़ा तेंदुआ 12 घंटे तक वहीं इधर उधर घूमता रहा लेकिन नीचे नहीं आया.



12 घंटे के लंबे इंतजार के बाद बाघिन जंगल की ओर चली गई. मौका देखते ही तेंदुआ भी वहां से दुम दबाकर भाग निकला. ये पूरी घटना स्थानीय वन अमले के सामने हुई. राहत की बात ये रही कि लड़ाई में घायल दूसरी मादा बाघिन को  ज्यादा चोटें नहीं आई. 


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