मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सिर पर टोपी और लाल रंग की टीशर्ट पहने युवतियां हाथ में चाय का थर्मस थामें चाय बेचती नजर आ जाती हैं. ये उच्च स्तर पर शिक्षित हैं, कईयों ने तो बीटेक किया हुआ है. संभवत: देश का भोपाल रेलवे स्टेशन पहला ऐसा रेलवे स्टेशन होगा, जहां एक जैसी यूनिफॉर्म पहने युवतियां चाय बेचती नजर आएं. इन युवतियों को वेंडर का लाइसेंस भी हासिल है और इनकी चाय उच्च गुणवत्ता वाली होती है.


यह युवतियां देश की एक प्रतिष्ठित चाय कंपनी के लिए काम कर रही हैं, इनकी चाय तय मानक के अनुसार बनाई जाती है. इसके लिए सीलबंद पानी का उपयोग किया जाता है. इतना ही नहीं चाय की गुणवत्ता का भी परीक्षण मशीन के जरिए होता है. इस मशीन में ऐसा सेंसर भी है जो चाय की गुणवत्ता का खुलासा कर देता है.


हिडन कैमरे भी लगे


कोरोना महामारी ने लोगों को साफ सफाई के प्रति खासा जागरूक किया है और यह बात इन युवतियों के तौर तरीके को देखकर जानी समझी जा सकती है. इनके हाथ और यूनिफार्म के लिए सैनिटाइजिंग मशीन भी लगाई गई है. चाय बेचने के कारोबार में लगी इन युवतियों को किसी तरह की परेशानी न आए इसके चलते वे अपने साथ वाकी टॉकी भी रखती हैं. साथ ही उनकी यूनिफॉर्म में हिडन कैमरे भी लगाए गए हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से खास महत्वपूर्ण हैं.


भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सूबेदार सिंह ने बताया है कि इन युवतियों को वेंडर का लाइसेंस हासिल है और यह युवतियां एक चाय कंपनी से संबद्ध हैं.


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