मध्य प्रदेश में महिला ने चार पैरों वाली बच्ची को दिया जन्म, मामले की हर तरफ खूब हो रही चर्चा
Madhya Pradesh: डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा मामला लाखों में से एक होता है, जिसमें बच्चे के शरीर में अतिरिक्त अंग विकसित हो जाते हैं, जिन्हें सर्जरी के जरिए निकाला जाता है.
Madhya Pradesh: कुदरत के अलग-अलग करिश्मे हमें आए दिन देखने को मिलते हैं. कई बार जब बच्चा पैदा होता है तो उसके कई अंग गायब होते हैं या फिर जुड़वा बच्चे आपस में जुड़े हुए होते हैं. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला मध्य प्रदेश के विदिशा से आया है. जहां एक महिला ने चार पैरों वाली बच्ची को जन्म दिया है. डिलीवरी के बाद डॉक्टर भी बच्ची को देखकर हैरान रह गए. ये मामला मंडी बामौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है.
एम्स के लिए किया गया रेफर
जिस महिला ने चार पैरों वाली बच्ची को जन्म दिया, उसकी पहले से ही तीन बेटियां हैं. महिला की उम्र करीब 30 साल बताई जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा मामला लाखों में से एक होता है. बच्ची की हालत गंभीर होने के बाद उसे विदिशा मेडकल कॉलेज रेफर किया गया और वहां से भी डॉक्टरों ने उसे एम्स रवाना कर दिया.
डॉक्टरों ने दी जानकारी
चार पैरों के साथ पैदा हुई इस बच्ची की चर्चा हर तरफ है. सोशल मीडिया पर भी लोग इस बच्ची की तस्वीरों को शेयर कर रहे हैं. सभी इसे लेकर अपनी-अपनी थ्योरी दे रहे हैं. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल की भाषा में इसे इशियोपेगस कहते हैं, जो लाखों में से किसी एक बच्चे में होता है, जिसमें शरीर में जरूरत से ज्यादा अंग निकल आते हैं.
बच्ची की होगी सर्जरी
चार पैरों वाली बच्ची की हालत लगातार गंभीर बनी हुई है, जिसके बाद भोपाल एम्स में उसकी सर्जरी की जाएगी. बच्ची के शरीर में विकसित हुए चार पैरों में से दो को सर्जरी के जरिए अलग किया जाएगा. हालांकि डॉक्टर फिलहाल बच्ची की जान बचाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
इसी तरह का मामला विदिशा जिले में पहले भी सामने आया था, जब एक महिला ने बिना हाथ और पैर वाली बच्ची को जन्म दिया था. 2020 में आए इस मामले को भी डॉक्टरों ने बेहद दुर्लभ मामला बताया था.