शरीर को कई तरह की बीमारियां परेशान करती हैं, जिनमें से एक बीमारी ज्यादातर लोगों में काफी आम है. ये बीमारी कब्ज की है. कब्ज की बीमारी को लोग अक्सर सीरियसली नहीं लेते हैं. उन्हें लगता है कि कब्ज होना कोई बहुत बड़ी परेशान नहीं है. हालांकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कब्ज की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि शख्स 10 दिन से कब्ज की समस्या से जूझ रहा था. जब उसे सीने में दर्द, जलन और मतली की दिक्कत होने लगी, तब उसने अस्पताल का रुख किया.
शख्स की उम्र 65 साल थी. जब डॉक्टर ने उसकी जांच की, तो सामने आया कि शख्स की हृदय गति काफी तेज थी और वह पसीने से भीग रखा था. यह भी बताया गया कि वो दिल का मरीज था. दिल से जुड़ी बीमारियों के इतिहास के चलते डॉक्टर ने उसे रेक्टल एनीमा देना सही नहीं समझा और ना ही मल त्यागने वाली दवाएं दीं, क्योंकि इससे दिल और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता था. कब्ज से राहत दिलाने के लिए डॉक्टर ने उसे सामान्य दवाएं दीं. हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ.
मरीज ने तोड़ा दम
इसके बाद डॉक्टर ने उसकी खुराक बढ़ा दी और थोड़ा टहलने घूमने के लिए कहा. हालांकि शख्स एनीमा लेने पर जोर दे रहा था. जिसके बाद डॉक्टर ने उसे रेक्टल एनीमा दिया. एनीमा दिए जाने के बाद शख्स को इतना मल आया कि उसको दिल का दौरा पड़ गया. जिसकी वजह से वेगस नर्व स्टीमुलेट हो गई और ब्लड प्रेशर भी अचानक गिर गया. शख्स की हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों ने उसको जिंदा रखने के लिए 30 मिनट तक कई प्रयास किए. हालांकि अंत में शख्स जिंदगी से अपनी जंग हार गया और उसने दम तोड़ दिया.
गंभीर कब्ज खतरे की बात क्यों?
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, कब्ज की गंभीर समस्या की वजह से रेक्टल प्रोलैप्स जैसी दिक्कतें होने लगती हैं, जिसमें मलाशय गुदा के जरिए बाहर निकल जाता है. इसकी वजह से आंतों में बाधा उत्पन्न होने लगती है. अगर आंत ज्यादा तेजी से खाली होता है तो इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा पैदा हो सकता है.
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