Trending Post: माइक्रोसॉफ्ट को कौन नहीं जानता, दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में लोग जॉब पाने के लिए देश की सबसे कठिन परीक्षा जेईई एडवांस तक देने से नहीं चूकते. ऐसे में अगर आपको पता लगे कि माइक्रोसॉफ्ट में लाखों की तनख्वाह उठाने वाला शख्स ऑटो रिक्शा चला रहा है तो आप क्या कहेंगे. जाहिर सी बात है आप इसे लेकर शॉक्ड हो जाएंगे और अपने बाल नोचने लगेंगे. लेकिन क्या है ना कि दुनिया अजीब लोगों से भरी पड़ी है. जिसके पास ऑटो रिक्शा है वो लाखों कमाने के सपने देखता है और जिसके पास लाखों हैं वो ऑटो चला रहा है. आइए आपको बताते हैं शख्स के इस अजीब शौक के बारे में.



लाखों का पैकेज फिर भी ऑटो रिक्शा चलाता है ये आईटी एक्सपर्ट!

देश के आईटी हब बेंगलुरु में एक से बढ़कर एक आईटी कंपनियां हैं जो अपने कर्मचारियों पर पानी की तरह पैसा बहाती है और उन्हें करोड़ों रुपये के पैकेज से नवाजती है. लेकिन इन सब में अकेलापन दूर करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट का एक इंजीनियर कंपनी में फुल टाइम जॉब करने के बाद छुट्टी वाले दिन ऑटो चलाता है, दावा है कि वो ऐसा अपना अकेलापन दूर करने के लिए करता है. लेकिन इसके पीछे की सच्चाई कुछ और है.







माइक्रोसॉफ्ट की हूडी पहने ऑटो चला रहा था शख्स

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वेंकटेश ने एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें दावा गया था कि यह ऑटो ड्राइवर जिसने माइक्रोसॉफ्ट की हूडी पहनी है कंपनी से लाखों की सैलरी उठाता है फिर भी अकेलापन दूर करने के लिए ऑटो चलाता है, यूजर्स इस दावे को सच मान बैठे थे. लेकिन यह सच नहीं था. बल्कि वेंकटेश ने अकेलेपन पर चुटकी लेते हुए आईटी कंपनियों पर तंज कसा था. पोस्ट में दावा किया था कि शख्स माइक्रोसॉफ्ट में स्टाफ सॉफ्टवेयर की पोजीशन पर कार्यरत है, लेकिन शांतनु नाम के एक यूजर ने उनका यह मजाक पकड़ा और कहा कि " हालांकि माइक्रोसॉफ्ट में स्टाफ में स्टाफ सॉफ्टवेयर जैसी कोई पोजीशन ही नहीं है." इसके बाद वेंकटेश ने भी साफ किया कि ऐसी कोई पोजीशन सच में नहीं है, उनका यह दावा केवल मजाक और तंज वाला था.

अकेलापन सोचने वाली बात है

वेंकटेश ने अपने अकाउंट से जो पोस्ट शेयर किया उसे अब तक 9 लाख 19 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है तो वहीं हजारों लोगों ने पोस्ट को लाइक किया है. ऐसे में यूजर्स ने पोस्ट को लेकर चिंता जताई है. एक यूजर ने लिखा...अकेलापन सच में चिंता का विषय है. एक और यूजर ने लिखा...नहीं कह दो कि ये सब झूठ है. तो वहीं एक और यूजर ने लिखा...अकेलेपन के लिए कोई रात को क्यों रिक्शा चलाएगा, जबकि नींद निकालते हुए आपको कुछ पता भी नहीं होता है.


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