Stray Dogs: आवारा कुत्ते को खाना खिलाने पर मुंबई की एक महिला पर लगा 8 लाख का जुर्माना, जानें क्यों?
Feeding Stray Dogs: नवी मुंबई के एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि आवारा कुत्तों को खाना खिलाने को लेकर उन पर 8 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

Feeding Stray Dogs: नवी मुंबई के एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि आवारा कुत्तों को खाना खिलाने को लेकर उन पर 8 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. महिला का आरोप है कि रेजिडेंशियल सोसायटी के मैनेजमेंट कमेटी ने यह जुर्माना परिसर के अंदर आवारा कुत्तों को खाना खिलाने पर लगाया है. इस रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में 40 से ज्यादा इमारते हैं.
मीडिया से बात करते हुए अंशु सिंह ने बताया कि हाउसिंग सोसायटी परिसर के अंदर आवारा कुत्तों को खाना खिलाते पाए जाने वालों पर रोजाना के हिसाब से 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है. उन्होंने बताया, "ये जुर्माना गंदगी फैलाने को लेकर लगाया गया है. मुझ पर अब तक कुछ 8 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया है."
सोसायटी की मैनेजिंग कमिटी ने परिसर के अंदर कुत्तों को खाना खिलाए जाते पाए जाने पर जुर्माना लगाने का फैसला लिया है. यह जुलाई 2021 शुरू किया गया है. महिला ने बताया, "कई आवारा कुत्ते परिसर में घूमते दिख जाते हैं." उन्होंन बताया कि एक अन्य महिला पर लगाया गया कुल जुर्माना छह लाख है.
सोसायटी के वॉचमैन सदस्यों पर रखते हैं ध्यान
हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की एक अन्य महिला लीला वर्मा ने बताया कि सोसायटी के वॉचमैन उन सदस्यों पर ध्यान रखते हैं, जो कुत्तों को खाना खिला रहे हों और फिर उनका नाम नोट कर लेते हैं. फिर इसकी जानकारी मैनेजिंग कमिटी को देते हैं, जो जुर्माना लगाते हैं.
कुत्ते के कारण सफाई-स्वच्छता से जुड़े मुद्दे
हालांकि, हाउसिंग कॉम्प्लेक्स की सचिव विनीता श्रीनंदन ने मीडिया को बताया कि बच्चे ट्यूशन के लिए जाते समय आवारा कुत्तों के पीछे भागते हैं और बुजुर्ग नागरिक कुत्ते के भय के कारण आजादी से घूम नहीं पाते हैं. उन्होंने बताया कि इससे सफाई और स्वच्छता से जुड़े मुद्दे भी है, क्योंकि कुत्ते पार्किंग और अन्य जगहों पर गंदगी करते हैं.
उन्होंने कहा कि निवासियों को रात में ठीक से नींद नहीं आती है, क्योंकि कुत्ते चिल्लाते रहते हैं. उन्होंने बताया कि हाउसिंग सोसायटी ने कुत्तों के लिए एक बाड़ा बनाया है, लेकिन कुछ सदस्य अभी भी कुत्तों को खुले में खिलाते हैं.
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