ओडिशा के कण कण में भगवान जगन्नाथ का वास है. यहां पर रहने वाले लोगों में भगवान जगन्नाथ के प्रति ढेर सारी आस्था देखने को मिलती है. इसी के चलते मंदिर में स्नान पूर्णिमा की तैयारी भी जोर शोर से की गई थी. वहीं पुरी के रहने वाले शख्स बिस्वजीत नायक ने स्नान पूर्णिमा के मौके पर 1475 आइसक्रीम स्टिक की मदद से भगवान जगन्नाथ की गजानन बेशा की एक छोटी मूर्ति बनाई है.


जानकारी के मुताबिक ये मूर्ति 30 इंच लंबी और 26 इंच चौड़ी है. इस मूर्ति को बनाने में उन्हें 15 दिन लगे थे. ये मूर्ति देखने में बेहद प्यारी और आकर्षक है. वहीं स्नान पूर्णिमा से पहले बुधवार शाम ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर में रोशनी की गई. दरअसल 11वीं सदी के मंदिर के कपाट कोविड19 महामारी के चलते कई हफ्तों तक बंद रहने के बाद 25 जून को खोले गए हैं.



वैक्सीन लगवा चुके भक्तों को मिलेगी एंट्री


महामारी की वजह से हजारों भक्तों की भीड़ मंदिर में इकट्ठा नहीं हो सकेगी. इसलिए दुनिया भर के भक्तों के लिए त्योहार का सीधा प्रसारण किया जाएगा. वहीं मंदिर के मुख्य प्रशासक डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि केवल पूरी तरह से वैक्सीन लगवा चुके लोगों को ही मंदिर में अनुमति दी जाएगी, वो भी जिनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव होगी.


15 दिन बाद निकलेगी रथ यात्रा


डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि मंदिर के बाहर कोई सभा नहीं होगी, जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू की है. इसलिए केवल पारंपरिक अनुष्ठानों का पालन किया जाएगा. वहीं इसके बाद भगवान जगन्नाथ 15 दिनों तक आराम करेंगे और रथ यात्रा के दौरान फिर से प्रकट होंगे.


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