आपने अकसर लोगों को देशों की करेंसी, परफ्यूम्स, टिकट वगैरह इकट्ठा करते देखा होगा. बहुत से लोग हैं जिन्हें इन चीजों का कलेक्शन करना पसंद है. पर इन सबके बीच ओडिशा की एक तीसरी क्लास में पढ़ने वाली छात्रा दिव्यांशी ने सबको चौंका दिया है. 9 साल की दिव्यांशी को दुनिया भर से माचिस के डब्बे इकट्ठा करने का शौक है, और अबतक वो विभिन्न देशों के 5,000 से अधिक माचिस के डब्बे इक्ट्ठा कर चुकी हैं.


दिव्यांशी के कलेक्शन में भारत के अलावा नेपाल, पोलैंड, भूटान, जापान, बांग्लादेश सहित दुनिया भर के विभिन्न देशों के माचिस शामिल हैं. वो इन्हें बहुत संभाल कर रखती हैं. दिव्यांशी कभी विदेश तो नहीं गई हैं पर इनका कलेक्शन देखकर आप हैरत में पड़ सकते हैं.



अब बात करते हैं कि उन्होंने इस काम की शुरूआत कब और कैसे की. तो इस बारे में दिव्यांशी खुद बताती हैं कि उनके पापा एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर हैं और वो आए हमेशा ट्रैवल करते रहते हैं. वो जब भी बाहर जाते हैं तो वहां से माचिस का एक डब्बा ले आया करते थे. बस वहीं से इसकी शुरूआत हुई.


दिव्यांशी ने कहा कि वो अपने रिश्तेदारों से भी ऐसा करने को कहती हैं कि वो जब भी कहीं बाहर जाएं तो वहां से माचिस जरूर ले आएं. उन्होंने विभिन्न देशों के माचिस को थीम वाइस सजाया है. जैसे उनके कलेक्शन माचिसों की एक बड़ी संख्या बर्ड थीम पर कोई ट्रांसपोर्ट थीम पर तो कोई फ्लावर थीम पर है.



दिव्यांशी की मां गोपा मोहंती ने कहा कि वो पिछले तीन सालों से अलग-अलग देशों की माचिस इकट्ठा कर रही है. उसके पिता जो कि एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर हैं और काफी ट्रैवल करते हैं वो हमेशा अपने साथ माचिस ले आया करते थे जिनका डिजाइन बहुत खूबसूरत होता था. तभी से उसने इन्हें इकट्ठा करना शुरू कर दिया.



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