Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक में एंटी सेक्स बेड का एथलीट्स ने कर दिया रिव्यू, वीडियो हो रहे वायरल
ओलंपिक 2024 के आगाज से पहले इंटरनेट पर इसे लेकर बहस छिड़ गई है. दावा है कि ओलंपिक में खिलाड़ियों को मिलने वाले बेड एंटी सेक्स होंगे. कहा जा रहा है कि अब खिलाड़ियों को अल्ट्रा लाइट बेड दिए जाएंगे.
Trending News: पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज 26 जुलाई से होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट का समापन 11 अगस्त को होगा. इस आयोजन में दुनियाभर से करीब 10500 खिलाड़ी मेडल के लिए एक दूसरे के खिलाफ खेलते दिखेंगे. लेकिन ओलंपिक 2024 के आगाज से पहले इंटरनेट पर इसे लेकर बहस छिड़ गई है. दावा है कि ओलंपिक में खिलाड़ियों को मिलने वाले बेड एंटी सेक्स होंगे. कहा जा रहा है कि अब खिलाड़ियों को अल्ट्रा लाइट बेड दिए जाएंगे. ब्रिटिश गोल्ड मेडलिस्ट टोम डेली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से इन बेड्स की वीडियो शेयर करते हुए लिखा...ओलंपिक विलेज में बिस्तरों के बारे में हमेशा बहुत चर्चा होती है, इसलिए वे कुछ इस तरह दिखते हैं
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सेक्स से रोकना है मुख्य कारण!
न्यूयॉर्क पोस्ट के दावे के अनुसार 2024 ओलंपिक खेलों से पहले पेरिस में एंटी सेक्स बेड आ गए हैं, इन बेड के मैटेरियल और साइज का उद्देश्य कथित तौर पर ओलंपिक के दौरान एथलिटों को सेक्सुअल एक्टिविटी से रोकना है. वहीं रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये बेड ट्विन साइज के होंगे, इसका मतलब है कि खिलाड़ियों के लिए एक साथ बेड पर बैठने के लिए कोई जगह नहीं होगी. बताया जा रहा है कि इस बेड को एयरवेव नामक कंपनी ने बनाया है, इसी कंपनी ने टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों के लिए प्रोडक्ट्स बनाए थे.
पहली बार 2021 में हुआ था इस्तेमाल
अल्ट्रा लाइट कार्डबोर्ड जो कि एंटी सेक्स बेड के तौर पर जाना जाता है, इसका उपयोग पहली बार 2021 में जापान के टोक्यो में आयोजित हुए 2020 ओलंपिक के दौरान हुआ था. तब भी यह खबरों में यह हवा थी कि इन बेड का निर्माण एथलिटों को सेक्सुअल एक्टिविटी से रोकने के लिए किया गया है.
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क्यों होता है इनका इस्तेमाल
इन बेड की बनावट को लेकर यूएसए टूडे ने फैक्ट चेक भी किया था, इसमें जो रिपोर्ट सामने आई थी कि कार्डबोर्ड बेड का मकसद सेक्सुअल एक्टिविटी को रोकना है इसमें कोई सच्चाई नहीं है. मीडिया ने खुलासा किया कि बेड का वजन 441 पाउंड था और सेक्सुअल एक्टिविटी को हतोत्साहित करने के लिए यह पर्याप्त नहीं था. 2020 ओलंपिक के आयोजक तकाशी किताजिमा से जब यूएसए टुडे ने बात की तो पता चला कि इन बेड्स को इसलिए प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि इन्हें दोबारा उपयोग किया जा सकता है, और इन बेड्स से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला अपशिष्ट भी पैदा नहीं होता.
कई एथलीटों ने उठाए सवाल
ऑस्ट्रेलियाई टेनिस स्टार डारिया सैविले और एलेन पेरेज ने बेड पर वॉली अभ्यास, स्काई जंप के अलावा बहुत कुछ करके देखा, लेकिन इतने तनाव के बावजूद बेड टिके रहे. यह बहुत सख्त हैं और बदन को दुखाने वाले हैं. आयरिश कलात्मक जिमनास्टिक राइस मैक्लेनाघन ने कार्डबोर्ड बेड पर कूदते हुए खुद को फिल्माया, उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा...पेरिस ओलंपिक में एंटी-सेक्स बेड का फिर से भांडा फोड़ हुआ.
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तो वहीं ब्रिटिश गोताखोर टॉम डेली ने इन बेड्स को काफी मजबूत बताया. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा...हो सकता है कि बेड मजबूती की कसौटी पर खरे उतरे हों, लेकिन कुछ एथलीट शिकायत करते हैं कि वे आरामदायक नहीं हैं. ऑस्ट्रेलियाई वाटर पोलो खिलाड़ी टिली किर्न्स ने बिस्तर पर एक रात बिताने के बाद एक वीडियो शेयर किया. उन्होंने कहा कि गद्दे का नरम हिस्सा भी बहुत सख्त था. वीडियो में उसकी रूममेट को यह कहते हुए सुना गया, "मेरी पीठ गिरने वाली है"
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