पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ बताती है आपके सोने की पॉजिशन! यहां जान लीजिए
स्लीप एक्सपर्ट सैमुअल डंकेल ने खुलासा किया है कि आखिर क्यों हमें अलग-अलग पॉजिशन में सोने पर ही नींद आती है. उन्होंने इसके लिए एक स्टडी की है.
कई बार सोना काफी मुश्किल लगता है. हम पूरी रात करवटें बदलते रहते हैं, ताकि उस पॉजिशन में आ जाएं, जिसमें हमें नींद आए. लेकिन क्या आपको मालूम है कि आप जिस पॉजिशन में सोते हैं, वह आपकी पर्सनैलिटी के बारे में बताता है. फिर भले ही आप पेट के बल सोते हैं या तकिए को पकड़कर. हमारे सोने की पॉजिशन हमारे कई जरूरी राज खोलने का काम करते हैं. ये बताता है कि आपको जब कठिन हालातों का सामना करना पड़ता है, तो आप उसे कैसे संभालते हैं.
स्लीप एक्सपर्ट सैमुअल डंकेल ने खुलासा किया है कि आखिर क्यों हमें अलग-अलग पॉजिशन में सोने पर ही नींद आती है. उन्होंने इसके लिए एक स्टडी की है. इस स्टडी के आधार पर उन्होंने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम 'स्लीप पॉजिशन: हमारे शरीर की रात की भाषा' है. उन्होंने इसमें बताया है कि लोगों की सोने की पॉजिशन और उनके लक्षणों के बीच के संबंधों को उजागर किया है. सैमुअल ने इंसान के व्यक्तित्व का खुलासा उसके सोने की पॉजिशन के आधर पर किया है.
स्टडी में क्या खुलासा हुआ?
अगर कोई व्यक्ति अपनी पीठ के बल सोता है, तो इसका मतलब है कि वह अपने जीवन में फोकस है. सिर्फ इतना नहीं बल्कि वह शांत और मजबूत व्यक्ति भी है. ऐसे व्यक्ति विवादों से बचते हैं और हमेशा सच बोलते हैं. ऐसे लोग बहुत आशावादी होते हैं और अपना जीवन खुलकर जीते हैं. लेकिन उन्हें हमेशा में चर्चा के केंद्र में रहना पसंद होता है. वो कभी गॉसिप में शामिल नहीं होते हैं और अपने आत्म-विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं.
कोई व्यक्ति अगर पेट में बच्चा जिस हालात में रहता है, उस अवस्था में सोता है या फिर उसे किसी चीज को पकड़कर सोने की आदत है. तो वह बाहर से तो मजबूत दिखता है, मगर भीतर से बहुत ही ज्यादा संवेदनशील और शर्मीला होता है. ऐसे लोग बहुत ज्यादा इंट्रोवर्ट होते हैं, मगर वह अपनी भावनाओं को बताने में बहुत क्रिएटिव होते हैं. ऐसे लोग अपने करीब दोस्तों और परिवार के आसपास रहने पर काफी सहज महसूस करते हैं. उन्हें अकेले पड़ने का डर भी रहता है.
कैसी होती है पेट के बल सोने वाले लोगों की पर्सनैलिटी?
वहीं, अगर कोई शख्स पेट के बल सोता है, तो इसका मतलब है कि वह मजबूत इच्छाशक्ति वाला या फिर रिस्क लेने वाला व्यक्ति है. ऐसे लोग अपनी बातों को लेकर बिल्कुल साफ होते हैं. मगर इतनी बातें बहुत कड़वी होती हैं. ये लोग भीतर ही भीतर चिंता और परेशानी का सामना भी करते हैं, क्योंकि ये चाहते हैं कि इन्हें कोई कंट्रोल में रखे. पेट के बल सोने वाले लोग गुस्सैल भी हो सकते हैं. इनमें आत्मविश्वास की कमी हो सकती है. मगर वे अपनी नेगिटिविटी को छिपा सकते हैं.
ऐसे होते हैं साइड पॉजिशन में सोने वाले लोग
कोई शख्स अगर साइड की पॉजिशन में सोता है, तो इसका मतलब है कि वह बेहद ही सुलझा हुआ और सामाजिक व्यक्ति है. ऐसे लोग किसी से भी बात करने में हिचकिचाते नहीं हैं. इन लोगों को भरोसेमंद कहा जा सकता है. भले ही आपको पहली नजर में लगेगा कि ऐसे लोगों को आसानी से बहलाया या फुसलाया जा सकता है, मगर भीतर ही भीतर ये हर हालात को समझते हैं. इस तरह के लोग फैसले लेने में काफी सुस्त होते हैं. ये लोग काफी केयरिंग भी होते हैं.