Vaccination status check invention: कोरोना महामारी को लेकर दुनिया भर में लोग परेशान हैं. कोरोना के बदलते रूपों ने लोगों का जीवन मुश्किल कर दिया है. कोरोना का ओमीक्रॉन वेरिएंट आने के बाद एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ गई है. कोरोना वायरस से बचने के लिए अबतक का सबसे कारगार उपाय है कोरोना वैक्सीनेशन. अब तो ज्यादातर जगहों पर कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना जरूरी हो गया है. कई बार ऐसा भी होता है कि हमारे पास सर्टिफिकेट नहीं होने पर हमें काफी परेशानी उठानी पड़ती है. इस परेशानी का समाधान स्वीडन की एक टेक स्टार्टअप कंपनी ने किया है. उन्होंने ऐसी चिप बनाई है जिसे हाथ में लगाकर स्कैन करने पर कहीं भी कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाया जा सकता हैं. इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन यह सच है.
माइक्रोचिप से मिलेगा वैक्सीनेशन स्टेटस
स्वीडन की Dsruptive Subdermals नाम की एक टेक स्टार्टअप कंपनी ने चौंकाने वाला अविष्कार किया है जो अब विवादों से घिर चुका है. दरअसल, कंपनी ने एक ऐसी स्कैनेबल माइक्रोचिप बनाई है जिसे लोगों के हाथ में इंप्लांट किया जा सकता है. चिप को स्कैन करते ही वैक्सीनेशन स्टेटस का पता चल जाएगा. इससे लोगों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट साथ रखने की जरूरत नहीं होगी. यह 2 मिलीमीटर से 16 मिलीमीटर तक के साइज़ में उपलब्ध है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैनेस स्जोबलाड ने बताया कि उन्होंने खुद ये चिप अपने हाथ में लगवाई है. इस चिप को लगवाने का खर्च 100 यूरो है. इसके जरिए यूरोपियन डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट पीडीएफ के तौर पर दिख जाता है, जो शख्स का वैक्सीनेशन स्टेटस बता देता है.
लोगों को ट्रैकिंग का है संदेह
स्कैनेबल माइक्रोचिप के जरिए आपको कहीं भी अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी. आप बस स्कैन करके अपना वैक्सीनेशन स्टेटस दिखा सकते हैं, अगर आपके पास अपना फोन नहीं है तब भी यह चिप काम करती है. हालांकि कुछ लोगों ने इस चिप को लेकर ट्रैकिंग का संदेह जताया है. जिसको लेकर स्जोबलाड ने कहा कि चिप तभी काम करेगी, जब इसे स्कैन किया जाएगा क्योंकि इसमें कोई बैटरी नहीं है.