श्रीलंका के एक हाथी संरक्षण केंद्र में पहली बार हुआ जुड़वां हाथियों का जन्म, मां और बच्चे दोनों स्वस्थ
हाथी अनाथालय पिन्नावाला की अध्यक्ष रेणुका बेदारनाके ने बताया कि बच्चे थोड़े कमजोर है लेकिन, पूरी तरह से स्वस्थ है. उन्होंने आगे कहा कि सुरांगी नाम की इस हथिनी ने साल 2009 में एक बच्चे को जन्म दिया था.
Twins Elephant Born in Pinnawala Elephant Orphanage: श्रीलंका में हाथियों के संरक्षण के लिए बने सबसे बड़े केंद्र में एक हथिनी में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है. इस हथिनी का नाम सुरांगी है और जानकारी के मुताबिक दोनों बच्चे बिलकुल स्वस्थ्य है. हाथी की देखभाल करने वाले जयस्था जयवर्धने ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि साल 1941 के बाद पहली बार श्रीलंका के किसी केंद्र में जुड़वा हाथियों का जन्म हुआ है.
AFP को दिए गए इंटरव्यू में हाथी अनाथालय पिन्नावाला की अध्यक्ष रेणुका बेदारनाके ने बताया कि बच्चे थोड़े कमजोर है लेकिन, पूरी तरह से स्वस्थ है. उन्होंने आगे कहा कि सुरांगी नाम की इस हथिनी ने साल 2009 में एक बच्चे को जन्म दिया था और दूसरी बार उसने दो हाथी को जन्म दिया है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस अनाथालय में कुल 81 हाथी रहते हैं. यह स्थान एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है. लेकिन, कोरोना महामारी के कारण इस स्थान को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है.
आपको बता दें कि पिछले साल जून के महीने में श्रीलंका में एक हथिनी ने मिन्नेरिया राष्ट्रीय उद्यान में दो बच्चों को एक साथ दो बच्चों को जन्म दिया था. एक्सपर्ट्स के अनुसार मादा हाथियों में जुड़वा बच्चे होने की संभावना एक प्रतिशत से भी कम होती है.
इसके साथ ही दोनों बच्चों के जिंदा रहने की संभावना भी बहुत कम रहती है. बता दें कि श्रीलंका के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक हाथियों के लिए 200 से ज्यादा अनाथालय बने हुए हैं जिसमें कम से 7,500 हाथी रहते हैं. श्रीलंका में हाथी के शिकार पर पूरी तरह से रोक है और उसे मारने से नुकसान पहुंचाने पर दंड का प्रावधान है.
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