Death Experience: मरने के बाद इंसान का क्या होता है? वह कहां जाता है? उसके साथ क्या किया जाता है? ये सारे सवाल आपके मन में भी कई बार आए होंगे. जिंदगी से मौत तक के सफर में क्या होता है, इसका जवाब केवल वही व्यक्ति दे सकता है, जिसने इस पल को नजदीक से जिया हो. अब ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित एक महिला ने मौत से जुड़ा एक भयावह सच बताया है. 


दरअसल इस महिला का नाम कॉर्टनी सैंटिआगो है, जिन्हें ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी है. ब्रेस्ट कैंसर होने की वजह से कॉर्टनी को  वक्त-वक्त पर एमआरआई ब्रेस्ट स्कैन करवाना पड़ता है. पिछले साल जुलाई में जब वो ब्रेस्ट स्कैन करा रही थीं, तभी उनके साथ एक अजीबोगरीब घटना घटी. जब डॉक्टर्स ने कॉर्टनी के शरीर में इंट्रावेनस डाला, तब उनका ब्लड प्रेशर अचानक गिर गया और उनके दिल की गति धीमी हो गई. इस वजह से वो अचानक बेहोश गईं. 


महसूस की शांति


टिकटॉक पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्होंने बताया कि जब वो 40 सेकंड के लिए बेहोश हुईं, तब एक अलग ही दुनिया में पहुंच गईं थीं. उनमें एक शांति की भावना की थी. अपने बेटे, परिवार या दोस्तों को छोड़ने की उन्हें कोई चिंता नहीं हो रही थी. उन्होंने बताया कि 40 सेकंड की डेथ जर्नी के दौरान उन्होंने समुद्र के किनारे एक व्यक्ति को खड़ा पाया, जिससे वो कभी नहीं मिली. हालांकि ऐसा जरूर महसूस हुआ कि वो पहले जरूर उससे मिली थीं.


40 सेकंड तक बेसुध पड़ी रही महिला


उस व्यक्ति ने उन्हें बताया कि अभी उनके दुनिया से जाने का वक्त नहीं आया है. यह सुनने के बाद कॉर्टनी ने कुद को पहाड़ों पर पाया. 40 सेकंड तक बेसुध पड़ी सैंटिआगो जब होश में आईं, तब उनका शरीर बिल्कुल जकड़ गया था. उनसे बोला नहीं जा रहा था. जब उन्होंने ये पूरा किस्सा डॉक्टर्स को बताया तो उन्हें कहा कि ये 'वासोवागल सिंकोप' था, जो एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रोगी को तनाव होता है, उसकी दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है. इसी वजह से बेहोशी आती है. कॉर्टनी ने कहा कि 40 सेकंड के दौरान जो मैंने देखा, उसको लेकर मैं पूरी तरह से निश्चित हूं कि वो जिंदगी से मौत के बीच का सफर था, जो मैंने तय किया.


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