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Tungnath Dham पहुंच रहे सैलानी भूले अपनी मर्यादा, जानिए क्या है पूरा मामला| ABPGanga
भले ही तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट पिछले माह शीतकाल के छह माह के लिये बंद हो गये हों, लेकिन बावजूद इसके तुंगनाथ धाम में पर्यटकों की आवाजाही जारी है. धाम जाने वाले पर्यटकों पर किसी की रोक-टोक नहीं है. इस दौरान सैलानी इस बात को भूल रहे हैं कि पहाड़ों में गंदगी नहीं फैलानी है. तुंगनाथ पहुंच रहे पर्यटक पैदल मार्ग और बुग्यालों में गंदगी भी डाल रहे हैं. तुंगनाथ धाम तृतीय केदार होने के साथ-साथ पर्यटक स्थल के रूप में भी जाना जाता है. शीतकाल में तुंगनाथ में भारी बर्फबारी होती है. बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिये सैलानी बड़ी संख्या में तुंगनाथ में पहुंचते हैं. इसके साथ ही सैलानी चन्द्रशिला तक जाते हैं. पर्यटकों की आवाजाही पर किसी की रोक कर स्पर्श करने का प्रयास किया. तत्पश्चात शिव ने अपने शरीर के पांच भाग किये, जो कि पंचकेदार के रूप में जाना जाता है. जिसमें तृतीय केदार तुंगनाथ के रूप में पूजा की जाती है. यहां पर भगवान शिव के हदय एवं बाहु भाग की पूजा होती है. चोपता से साढ़े तीन किमी पैदल मार्ग से तुंगनाथ मंदिर स्थित है. मंदिर में पुजारी मक्कूमठ गांव के स्थानीय मैठाणी हैं.
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