चीन को सबक सिखाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक या कूटनीतिक स्ट्राइक की जरूरत? | घंटी बजाओ
एबीपी न्यूज़
Updated at:
17 Jun 2020 11:45 PM (IST)
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घंटी बजाओ में देखिए चीन को सबक सिखाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक या कूटनीतिक स्ट्राइक की जरूरत?
भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच गलवान घाटी में डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान सोमवार दोनों ही पक्षों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई. चीन के हमले में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. शहीदों में एक अफसर भी शामिल हैं. पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है. सरकारी सूत्रों ने कहा है कि चीनी पक्ष के भी 43 सैनिक हताहत हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के शहीदों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और भारत ने हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ सहयोग और मित्रता का व्यव्हार रखा है. हम कभी भी किसी को उकसाते नहीं हैं लेकिन हम अपने देश की संप्रभुता और अखंडता के साथ समझौता नहीं करते. देश की रक्षा के साथ-साथ इसकी अंखडता और संप्रभुता बनाए रखने में हम सक्षम हैं.
भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच गलवान घाटी में डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान सोमवार दोनों ही पक्षों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई. चीन के हमले में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. शहीदों में एक अफसर भी शामिल हैं. पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है. सरकारी सूत्रों ने कहा है कि चीनी पक्ष के भी 43 सैनिक हताहत हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के शहीदों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और भारत ने हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ सहयोग और मित्रता का व्यव्हार रखा है. हम कभी भी किसी को उकसाते नहीं हैं लेकिन हम अपने देश की संप्रभुता और अखंडता के साथ समझौता नहीं करते. देश की रक्षा के साथ-साथ इसकी अंखडता और संप्रभुता बनाए रखने में हम सक्षम हैं.