बड़ी बहस: Charanjit Singh Channi को Punjab का सीएम बनाने से कांग्रेस का झगड़ा सुलझा या उलझा? | हुंकार
महीनों की जद्दोजहद के बाद पंजाब में आज से नई सरकार की शुरुआत हो गई है. 4 महीने के लिए चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है. कांग्रेस के समर्थक चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के फ़ैसले को राहुल गांधी का मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं. वजह ये है कि पहली बार पंजाब में अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले नेता को मुख्यमंत्री बनाया गया है...वो पंजाब जहां देश में सबसे ज़्यादा 32 प्रतिशत अनुसूचित जाति की आबादी है. कांग्रेस को उम्मीद है कि चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर न सिर्फ़ पंजाब में बल्कि पूरे देश के SC वोटर में एक मैसेज जाएगा...वहीं चन्नी के शपथ ग्रहण से पहले हरीश रावत के इस बयान को लेकर विवाद भी खड़ा हो गया कि चुनाव में पार्टी का चेहरा नवजोत सिंह सिद्धू होंगे. हरीश रावत के इस बयान के बाद मायावती, अकाली दल और बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साध रही है. हरीश रावत के बयान को SC समुदाय के अपमान से भी जोड़ा जा रहा है. हरीश रावत के बयान पर कांग्रेस को सफ़ाई तक देनी पड़ी...लेकिन विवाद सिर्फ़ चेहरे को लेकर ही नहीं है बल्कि शपथ ग्रहण में न पहुंचकर अमरिंदर सिंह ने भी अपनी नाराज़गी साफ़ कर दी है. इसीलिए सवाल उठ रहा है कि पंजाब में कांग्रेस का झगड़ा सुलझा या उलझा?