किसान आंदोलन का जाटों पर कितना असर ? किसके कब्जे में 'जाटलैंड' ? | Hunkaar
आज से दो हफ़्ते के बाद यूपी में पहले दौर की वोटिंग होगी...पहले चरण में सभी सीटें वेस्ट यूपी की हैं...मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर, आगरा, मथुरा और बाग़पत जैसे ज़िलों में वोटिंग होगी...ये वो इलाक़ा है जिसे जाटलैंड भी कहा जाता है क्योंकि जाट यहां पर बड़ी तादाद में हैं...मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के बाद वेस्ट यूपी के जाट वोटर लगातार तीन चुनावों में खुलकर बीजेपी का साथ दे चुके हैं...CSDS के सर्वे के मुताबिक़ 2019 के लोकसभा चुनावों में 91 प्रतिशत जाट मतदाताओं ने बीजेपी को वोट दिया...और जाटों के वोट की बदौलत लगातार दो चुनावों में राष्ट्रीय लोकदल के नेता दिवंगत अजित सिंह और उनके बेटे जयंत सिंह बीजेपी से चुनाव हार गए...लेकिन इस बार चुनाव कुछ अलग हालात में हो रहे हैं...एक साल तक किसानों का आंदोलन चला जिसकी वजह से जाट वोटर बीजेपी से नाराज़ बताए जा रहे हैं...दूसरी तरफ़ राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी के साथ है...