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क्या 'पैराशूट' सीएम चुनावी जनादेश का अपमान है? | संविधान की शपथ | 10 March 2021
उत्तराखंड में जिन तीरथ सिंह रावत का टिकट बीजेपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में काट दिया था, उन्हें चार साल बाद सीधे मुख्यमंत्री बना दिया गया. वो भी तब, जबकि उत्तराखण्ड में बीजेपी के पास प्रचण्ड बहुमत है. विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 57 सीटें बीजेपी के पास है. यानी उत्तराखंड में बीजेपी के पास दो तिहाई से ज्यादा बहुमत है. लेकिन बीजेपी ने उनमें से एक भी विधायक को मुख्यमंत्री के पद के काबिल नहीं समझा और उत्तराखंड में अपनी सरकार की कमान तीरथ सिंह रावत को सौंप दी, जोकि 2019 में पिछला लोकसभा चुनाव पौड़ी गढ़वाल सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे. ऐसा भी नहीं है कि पैराशूट सीएम की ये कोई नई राजनीतिक परंपरा है.. पहले भी ऐसा कई मौकों पर हुआ है जब राज्य में किसी भी सदन का सदस्य न होने के बावजूद किसी नेता को सीधे मुख्यमंत्री बना दिया गया.
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