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क्या राजनीतिक पार्टियों के चुनावी घोषणा पत्र को कानूनी पहरेदार मिलना चाहिए? | संविधान की शपथ | 26 Feb Episode
संविधान की शपथ में आज एक बड़ा सवाल- क्या चुनावी घोषणा पत्र के वादे पूरे कराने के लिए कानूनी पहरेदार की जरूरत है. चुनाव में वादे जनता से किए गए वादों की जवाबदेही तय करने के लिए कोई कानूनी पहल करने की जरूरत है. ये सवाल इसलिए क्योंकि मासूम जनता इन वादों के भरोसे ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सरकार चुनती है. ऐसे में इन वादों की अहमियत क्या है, इसका आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है. इस मुद्दे पर एक्सपर्ट क्या कहते हैं, नेता क्या कहते हैं..सब कुछ जानिए संविधान की कसौटी पर.
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विनोद बंसलवीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता
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