Bahraich Wolf Attack: भेड़िए के कहर की कहानी, 'बेघर' गांव वालों की जुबानी ! Sansani
दिन हो या रात... वहां हर वक्त चप्पे-चप्पे पर खौफ पसरा रहता है। शाम ढलते ही डर के मारे लोगों की धड़कनें बढ़ जाती हैं...वो डर होता है- आदमखोर भेड़िए का। वो डर होता है- भेड़िये के खूनी पंजों का...डर ये कि कहीं भेड़िये उनके मासूम बच्चों को उठाकर ना ले जाएं... कहीं भेड़िए उन बच्चों को कच्चा ना चबा जाएं...हम बूात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के बहराइच की... जहां हजारों लोगों की जिंदगी पर आदमखोर के आतंक का साया है। वहां हर रात खौफ का पैगाम लेकर आती है। सनसनी में आज देखिए... खौफ की ऐसी ही एक और रात की कहानी... उन लोगों की जुबानी- जो अपने बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए बन गए हैं- आधी रात के पहरेदार...उत्तर प्रदेश के बहराइच में जिन- जिन इलाकों में भेडिए की दहशत है...वहां हर रात एक जैसी कहानी होती है। हर रात वहां अंधेरा गहराते ही लोग हाथों में लाठी-डंडे और टॉर्च लेकर गलियों में निकल पड़ सकते हैं। एक और बात...कुछ घंटे बाद रात का अंधेरा तो छंट जाता है... लेकिन लोगों के दिलों में दहशत का साया बाकी रह जाता है। बहराइच में ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए पहुंची सनसनी की टीम ने कई बार वहां के लोगों के डर और दहशत की कहानियां आपको सुनाई हैं। हमने कई बार उनके हालत की हकीकत भी शासन और प्रशासन तक पहुंचाई.