Sandeep Chaudhary: INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग पर अब तक क्यों है सस्पेंस? | Election 2024
लोकसभा चुनाव की तैयारियों की चर्चा के बीच आखिर सवाल है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहां से चुनाव लड़ेंगे? इस बीच सूत्रों ने बताया कि वायनाड सीट से फिर राहुल गांधी चुनावी मैदान में उतरेंगे. विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से वायनाड सीट छोड़ने को कहा था. सीपीआई का कहना था कि वायनाड सीट लेफ्ट के लिए छोड़ी जाए.दरअसल, राहुल गांधी ने साल 2019 में लोकसभा चुनाव यूपी की अमेठी और केरल की वायनाड सीट से लड़ा था. वो अमेठी से तो वो इलेक्शन हार गए थे, लेकिन वायनाड से उन्होंने 4 लाख से अधिक वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी. हालांकि अभी भी अमेठी की सीट को लेकर सस्पेंस बरकरार है क्योंकि कांग्रेस ने इसको लेकर रुख साफ नहीं किया है. पिछले चुनाव में यहां से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जीत हासिल की थी. केरल के प्रभारी तारिक अनवर ने भी नवंबर में कहा था कि राहुल गांधी फिर से वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. अनवर ने कहा था, "बिल्कुल, वह (राहुल गांधी) वायनाड से चुनाव लड़ेंगे. उन्हें वायनाड के लोगों से बहुत लगाव है."केरल में 20 लोकसभा सीटों में 2019 के लोकसभा चुनाव में अलाप्पुझा को छोड़कर कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने 19 सीटें जीतीं थी, हालांकि बीच में कांग्रेस की सहयोगी- केरल कांग्रेस (मणि) पार्टी अलग हो गई. ऐसे में थॉमस चाजिकादान अब वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के सांसद हैं.बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके और आम आदमी पार्टी सहित कई दलों वाले विपक्षी गठबंधन इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल सीट शेयरिंग को लेकर ही है.