Bharat Jodo Yatra: हाथी मां-बेटे के लिए राहुल गांधी का दिखा अनोखा प्रेम, देखें क्या रही वजह
ये तस्वीर कर्नाटक के नागरहोल टाइगर रिजर्व की है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक राज्य में चल रही है. कांग्रेस नेता के इस काम से पता चलता है कि उनके मन में जानवरों के लिए कितनी संवेदना है.
Rahul Gandhi Love for Animal: आज कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं. उनकी ये भारत जोड़ो यात्रा पूरे देश भर में एक चर्चा का विषय भी बनी हुई है. यात्रा के दौरान भी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी कई बार ऐसी जगह दिख जाते है जो खुद में चर्चा का विषय बन जाता है. इतनी व्यस्तता के बावजूद अपने लिए वक्त निकाल ही लेते है. जब भी राहुल गांधी को थोड़ा सा भी समय मिलता है, वो कुछ न कुछ सोशल मीडिया के मदद से लोगों के साथ जुड़ भी जाते है. आज यानी 5 अक्टूबर बुधवार को ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की जिसमें राहुल गांधी के अन्दर की ममता साफ झलकती है.
तस्वीर में क्या है खास
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने 5 अक्टूबर यानी बुधवार को ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की जिसमे देखने को मिल रहा है कि, एक घायल हाथी का बच्चा अपनी मां के साथ खड़ा है. बच्चे की मां भी बहुत ही प्यार से अपने बच्चे को सहला रही है. जिस पर राहुल गांधी ने लिखा है कि, "एक मां का प्यार. इस खूबसूरत हाथी को अपने घायल छोटे बच्चे के साथ जीवन के लिए लड़ते हुए देखकर मुझे बहुत दुख हुआ".
A mother’s love.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 5, 2022
I felt so sad to see this beautiful elephant with her injured little baby fighting for its life. pic.twitter.com/65yMB37fCD
कहां की है तस्वीर
ये तस्वीर कर्नाटक के नागरहोल टाइगर रिजर्व की है. गौरतलब है कि, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभी कर्नाटक राज्य में चल रही है. यहां उनकी यात्रा पूरे 21 दिनों तक चलना है. कर्नाटक में यात्रा 30 सितंबर को शुरू हुई है जो 20 अक्टूबर तक चलेगी. जहां वो हर दिन 25 किमी की यात्रा पूरी करने वाले है.
नागरहोल टाइगर रिजर्व कि क्या है खासियत
नागरहोल टाइगर रिजर्व, इसे पहले राजीव गांधी नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता था. कर्नाटक में एक वन्यजीव अभ्यारण्य है. यह नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का भी एक हिस्सा है. इसका नाम नागरहोल नदी के नाम पर रखा गया था. नागरहोल टाइगर रिजर्व हाल ही में आग की चपेट में आया. जिसके वजह से कई एकड़ जंगल बर्बाद हो गया.
ये भी पढ़ें:-