रियो डी जनेरियो: ब्राजील में जारी 31वें ओलम्पिक खेलों में टेनिस के मिश्रित युगल वर्ग के सेमीफाइनल में भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को मात देने वाले भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राजीव राम को अपनी जीत पर काफी गर्व है.

राम ने अमेरिका की टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स के साथ जोड़ी में मिलकर सानिया और बोपन्ना को शनिवार को हुए सेमीफाइनल मुकाबले में 2-6, 6-2, 10-3 से मात दी.

राम के माता-पिता राघव और सुषमा राम बेंगलुरु से अमेरिका जाकर बस गए थे. राम अपनी जीत का जश्न मना रहे हैं.

मुकाबले के बाद राम ने कहा, "भारत के लिए मैं आज (शनिवार) काफी बुरा इंसान हूं. मैं अमेरिका की पहली ऐसी भारतीय मूल की पीढ़ी हूं, जिसका जन्म अमेरिका में 1984 में हुआ था."

अमेरिका की जीत में भारतीय मूल के राम ने काफी महत्वपूर्ण किरदार निभाया.

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सानिया-बोपन्ना की जोड़ी ने काफी अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन दूसरे सेट में राम और वीनस की जोड़ी ने अच्छी वापसी की और तीसरे सेट को भी अपने नाम किया.

राम ने कहा, "जब मैं आज (शनिवार) कोर्ट पर आया, तो मेरे दिमाग में जीत हासिल करने की बात ही थी. दोनों ने काफी अच्छा खेला. उनकी सर्विस को तोड़ने के बाद हमने पीछे मुड़के नहीं देखा."

ओलम्पिक टेनिस सेंटर में हुए इस मुकाबले में सानिया और बोपन्ना को हराकर अमेरिका की वीनस विलियम्स और राजीव राम की जोड़ी ने अपने लिए कम से कम रजत पदक सुरक्षित कर लिया है.

इसके अलावा स्वर्ण पदक के लिए वीनस और राम का मुकाबला अमेरिका के जैक सॉक और बेथानी मटेक-सैंड्स की जोड़ी से होगा.